scorecardresearch
 
Advertisement

सिर्फ किताबी कीड़ें बन रहे हैं आज के बच्चे!

सिर्फ किताबी कीड़ें बन रहे हैं आज के बच्चे!

जीवन के गूढ़ अनुभवों से पिरोई अपनी कहानियों के लिए जाने जाने वाले संजय सिन्हा अपनी इस कहानी में बता रहे हैं कि किस तरह नई पीढ़ि सिर्फ किताबी ज्ञान तक सिमटने लगी है. जीवन के व्यवहारिक ज्ञान से यह दूरी आत्मघाती है.

Advertisement
Advertisement