व्यक्ति को एक ही बार जीवन मिलता है. लेकिन कई बार अहंकार की वजह से वह ऐसे कई काम नहीं करता जिन्हें वह करना चाहता है. असल में इस अहंकार को त्याग कर हमें किनारे कर देना चाहिए. क्योंकि मरने के बाद पछताने का फायदा नहीं होता.