एक ग्यारहवीं कक्षा के छात्र प्रनीत खेतान ने एक ऐसी AI डिवाइस बनाई है जो बोलने में अक्षम लोगों की मदद करेगी. यह डिवाइस उनकी अस्पष्ट आवाज़ को सुनकर उसे स्पष्ट शब्दों में बदल देती है, जिससे वे अपनी बात आसानी से कह पाते हैं. प्रनीत को यह विचार एक पैरालिसिस केयर सेंटर की फील्ड ट्रिप के दौरान आया, जहां उन्होंने देखा कि मरीज़ अपनी इच्छाएं व्यक्त नहीं कर पा रहे थे.