Reliance Jio ने हाल ही में ऐलान किया है कि अब जियो यूजर्स को नॉन जियो कॉलिंग के लिए हर मिनट के 6 पैसे देने होंगे. इसकी वजह कंपनी ने IUC को बताया है. IUC यानी Interconnect Usage Charge जो टेलीकॉम कंपनियां दूसरी कंपनियों को अदा करती हैं कॉलिंग के लिए.
पिछले साल यानी 2019 में Vodafone ने सबसे ज्यादा IUC या इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज दिया है जो 4,214 करोड़ रुपये है. दूसरे नंबर पर Airtel है जिसने IUC के तौर पर 2,809 करोड़ रुपये दिए हैं. तीसरे नंबर पर Reliance Jio है जिसने 2,809 करोड़ रुपये IUC के तौर पर दिए हैं. ये एक नई रिपोर्ट मार्केट रिसर्च फर्म techARC ने जारी की है.
बीएसएनल/एमटीएनएल की बात करें तो इन कंपनियों ने IUC चार्ज के तौर पर 1,405 करोड़ रुपये दिए हैं. ये रिपोर्ट TRAI की एनुअल रिपोर्ट के आधार पर है जो इस साल सितंबर में जारी की गई थी.
रिलायंस जियो के फैसले के बाद राइवल कंपनी Vodafone-Idea ने इसे अनुचित और जल्दबाजी में लिया गया ऐक्शन कहा है. टेलीकॉम दिग्गज एयरटेल ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि TRAI द्वारा तय किया गया 6 पैसा IUC चार्ज एक कॉल कंप्लीट होने के लिए अब भी कम है. इतना ही नहीं एयरटेल ने कहा है कि रिलायंस जियो IUC खत्म करने के लिए ऐसा कर रही है.
techARC के फाउंडर और चीफ अनालिस्ट फैसल कवूसा ने कहा है, ‘Jio ने ऑल आईपी नेटवर्क में इन्वेस्ट किया है ताकि वॉयस कॉल फ्री दिया जा सके, लेकिन मौजूदा टेलीकॉम कंपनियां अभी प्योर आईपी नेटवर्क्स नहीं हैं’