एलिमिनेटर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज नाथन कुल्टर नाइल ने खुलासा किया कि वो मैच से कुछ दिन पहले तक सिर दर्द झेल रहे थे. एलिमिनेटर मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुल्टर नाइल ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों के मुकाबले मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं, मैंने नहीं सोचा था कि हेलमेट में लगी गेंद मुझ पर इतना असर करेगी. मैं रात को 10 बजे सोने गया और अगले दिन शाम 7 बजे उठा और मेरे सिर में काफी दर्द था. मुझे खुशी है कि अब सिरदर्द खत्म हो गया है.
इस वजह से दर्द में थे कुल्टर नाइल
दरअसल 3 मई को कोलकाता नाइटराइडर्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट के बीच हुए मैच में कुल्टर नाइल के हेलमेट में गेंद लगी थी. पुणे के तेज गेंदबाज डेनियल क्रिश्चन ने 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर 142 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बाउंसर मारी थी जिसे कुल्टर नाइल समझ नहीं सके और गेंद उनके हेलमेट पर जा लगी थी. तेज रफ्तार गेंद लगते ही कुल्टर नाइल बेहाल हो गए थे. वो गेंद लगते ही अपने हाथों से सिर पकड़ कर पिच से दूर हटने लगे, उन्होंने जब हेलमेट हटाया तो उनकी एक आंख बंद नजर आ रही थी, उनकी आंख पर चोट लगी थी. कुछ समय तक तो वो अपनी आंखें खोल नहीं पा रहे थे.
चोट के बाद की शानदार वापसी
इस घटना के बाद कुल्टर नाइल कुछ मैच में नहीं खेले लेकिन पूरी तरह फिट होने के बाद एलिमिनेटर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैदान पर उतरे और उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से भी नवाजा गया.
वॉर्नर का विकेट था टर्निंग पॉइंट
मैच के बाद कुल्टर नाइल ने कहा, ‘बेंगलुरु की पिच कोलकाता से बिलकुल उलट थी. चिन्नास्वामी में गेंद नीचे और धीमी जा रही थी. मुझे लगता है सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन पीयूष चावला ने जो डेविड वॉर्नर का विकेट लिया वही इस मैच का टर्निंग प्वाइंट था. अगर वॉर्नर पिच पर टिके रहते तो स्कोर 150 या 160 रनों तक पहुंच सकता था. हमने पहले ओवर से ही अच्छी गेंदबाजी की. उमेश यादव ने शानदार ओवर फेंका. वॉर्नर का पहले ओवर में विकेट पर जूझने से हमारे अंदर विश्वास जागा.’