कुंडली का द्वितीय और अष्टम भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है. बुध मुख्य रूप से वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यक्ति को बोलने की शक्ति देता है. बृहस्पति वाणी को प्रभावशाली बना देता है. बुध, बृहस्पति के कारण व्यक्ति अद्भुत वक्ता हो जाता है. शनि, राहु और मंगल वाणी की शक्ति को कमजोर कर देते हैं."/> कुंडली का द्वितीय और अष्टम भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है. बुध मुख्य रूप से वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यक्ति को बोलने की शक्ति देता है. बृहस्पति वाणी को प्रभावशाली बना देता है. बुध, बृहस्पति के कारण व्यक्ति अद्भुत वक्ता हो जाता है. शनि, राहु और मंगल वाणी की शक्ति को कमजोर कर देते हैं."/> कुंडली का द्वितीय और अष्टम भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है. बुध मुख्य रूप से वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यक्ति को बोलने की शक्ति देता है. बृहस्पति वाणी को प्रभावशाली बना देता है. बुध, बृहस्पति के कारण व्यक्ति अद्भुत वक्ता हो जाता है. शनि, राहु और मंगल वाणी की शक्ति को कमजोर कर देते हैं."/>
कुंडली का द्वितीय और अष्टम भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है. बुध मुख्य रूप से वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यक्ति को बोलने की शक्ति देता है. बृहस्पति वाणी को प्रभावशाली बना देता है. बुध, बृहस्पति के कारण व्यक्ति अद्भुत वक्ता हो जाता है. शनि, राहु और मंगल वाणी की शक्ति को कमजोर कर देते हैं.
वाणी में कब और किस तरह की समस्या होती है ?
- बुध कमजोर हो तो वाणी की समस्या हो जाती है.
- व्यक्ति देर से बोलता है और लड़खड़ाकर बोलता है.
- बृहस्पति कमजोर हो तो व्यक्ति अपनी वाणी से प्रभावित नहीं कर पाता.
- शनि का प्रभाव हो तो व्यक्ति को बीमारी के कारण वाणी दोष होता है.
- राहु का प्रभाव हो तो व्यक्ति जल्दी जल्दी और अस्पष्ट बोलता है.
- मंगल का प्रभाव हो तो व्यक्ति क्रोध और जोश में अभद्र वाणी का प्रयोग करता है.
अगर कोई बच्चा है और बोल नहीं पा रहा है?
- बच्चे को सुबह ब्रश के बाद तुलसी के पत्ते खिलाएं.
- बच्चे को शाम को 10 मिनट गायत्री मंत्र पढ़कर सुनाएं.
- बच्चे के गले में सोने या पीतल का चौकोर टुकड़ा धारण करवाएं.
- बच्चे को फास्ट फूड न खिलाएं.
अगर बोलने में हकलाहट या लड़खड़ाहट होती हो तो-
- नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें.
- "हं" शब्द का जाप 10 मिनट तक करें.
- भोजन में हरी सब्जियों का प्रयोग ज्यादा करें.
- एक पेरिडॉट, बुधवार को धारण करें.
अगर वाणी अभद्र और खराब हो तो-
- जल में जरा सी हल्दी मिलाकर स्नान करें.
- स्नान के बाद शरीर में चन्दन की सुगंध लगाएं.
- तर्जनी अंगुली में सोने या पीतल का छल्ला धारण करें.
- रात्रि को सोने के पूर्व "नमः शिवाय" का जाप करें.
अगर वाणी को प्रभावशाली बनाना हो तो-
- नित्य प्रातः हल्दी मिलाकर सूर्य को जल अर्पित करें.
- हल्दी का तिलक माथे और कंठ पर लगाएं.
- सलाह लेकर एक पीला पुखराज या पन्ना धारण करें.
- भोजन में सात्विकता बनाये रखें.