जयपुर की मंगलधाम कॉलोनी में दो पड़ोसियों में कचरा फेंकने को लेकर हुए मामूली विवाद ने अचानक हिंसक रूप ले लिया. विवाद की सूचना पर समझाइश करने पहुंची पुलिस टीम पर ही एक परिवार के सदस्यों ने लाठी-सरियों से हमला कर दिया. हमले में एएसआई बलवीर सिंह का सिर फूट गया, वहीं महिला कांस्टेबल अंजना और चेतक वाहन चालक नवीन कुमार भी घायल हो गए. इससे पहले झगड़ा होने पर पुलिस आरोपी के घर पहुंची, लेकिन परिवार के लोगों ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. काफी देर समझाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस ने पड़ोसी के मकान की छत से होते हुए अंदर एंट्री ली और इसके बाद गेट को तोड़कर फिल्मी अंदाज़ में आरोपियों को काबू में किया गया.
कालवाड़ थानाधिकारी नवरत्न धोलिया ने बताया कि दोपहर 2:50 बजे हाथोज के पास मंगलधाम कालोनी में पड़ोसियों में रास्ते में अपनी तरफ 5-7 फीट जाली लगाकर रैंप उतारकर कब्जा करने, गंदा पानी डालने, कचरा डालने की बात को लेकर झगड़े की सूचना मिली. पीसीआर से प्राप्त सूचना पर पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचकर समझाइश कर रहा था इसी दौरान आरोपी अजय जांगिड़ ने छत से नीचे आकर सीढ़ियों के पास खड़े पुलिस जाप्ते पर हमला कर दिया. हमले में एएसआई बलवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि महिला कांस्टेबल अंजना और चालक नवीन कुमार भी चोटिल हुए. एएसआई बलवीर सिंह के सिर में गहरा घाव हो गया, जिन पर 8 टांके लगाए गए हैं.
हमले को लेकर चेतक ड्राइवर कांस्टेबल नवीन कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसमें उन्होंने बताया है कि एएसआई और महिला कांस्टेबल घर के बाहर महिला ललिता से समझाईश कर रहे थे. इतने में ललिता ने अचानक महिला कांस्टेबल अंजना के बाल पकड़कर उसे घर के अंदर खींच लिया और फर्श पर धक्का दे दिया. चीख-पुकार सुनकर उसका बेटा अजय और बेटी मनीषा छत से सरिया लेकर नीचे आए और आते ही पुलिस टीम पर हमला कर दिया. इसके बाद अजय ने लगातार 5 वार एएसआई बलवीर पर किए जिससे उनके सिर से खून बहने लगा. अब पुलिस ने शांतिभंग के साथ साथ संगीन धाराओं में आरोपी माँ ललिता देवी, बेटे अजय जांगिड़ और बेटी मनीषा को गिरफ्तार कर लिया हैं.