गुजरात चुनाव को लेकर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. गुरुवार को पहले चरण का मतदान हुआ. इस बीच दूसरे फेज के चुनाव प्रचार के लिए भी राजनीतिक दल जोर-आजमाइश में लगे हैं. अंजना ओम कश्यप के साथ अहमदाबाद से देखिए राजतिलक.
गुजरात चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. गुरुवार को 89 सीटों पर पहले चरण का मतदान होगा. लेकिन मतदान से पहले गुजरात की सियासत में 2002 का दंगा और गोधरा कांड की एंट्री हो गई है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोधरा में भव्य रोड शो किया और अपने भाषण में गोधरा कांड का जिक्र किया. अमित शाह ने भी बीजेपी की जीत का दावा किया. देखें 'राजतिलक.'
गुजरात में शिक्षा की राजधानी कहे जाने वाले शहर वडोदरा पहुंचीं आजतक एंकर अंजना ओम कश्यप और जाना जनता के दिल का हाल. वडोदरा कई सालों से बीजेपी का गढ़ रहा है. लेकिन इस बार क्या होगा? क्या वडोदरा बना रहेगा बीजेपी का गढ़ या होगा यहां तख्तापलट? देखें वडोदरा से राजतिलक.
सूरत, गुजरात का विश्व प्रसिद्ध शहर जहां की साड़ियों की मांग देश विदेश में हैं. यहां साड़ियों का बहुत बड़ा व्यापार होता है. सूरत में हीरे की कटाई और पॉलिशिंग का भी बहुत बड़े स्तर पर काम होता है. दुनिया में 10 में से 8 हीरे सूरत में ही पोलिश किये जाते हैं. जानें सूरत के दिल में कौन है - बीजेपी या कांग्रेस?
गुजरात चुनावों में बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों की छोड़िए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद दनादन रैलियां कर रहे हैं. बुधवार को उन्होंने चार जगहों पर चुनावी सभाओं को संबोधित किया और आज भी चार रैलियां की. पूरे देश की नजर गुजरात पर है. इसी कड़ी में देखें राजकोट से राजतिलक.
Gujarat election 2022: गुजरात चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. गुजरात की सोमनाथ सीट का बड़ा महत्व है. 2017 में सोमनाथ की सभी चारों सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी. जिसे जीतने के लिए बीजेपी इस बार पूरा जोर लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौराष्ट्र से ही अपनी चुनावी रैली की शुरुआत की. यहां नर्मदा नदी का पानी बड़ा मुद्दा है. देखें सोमनाथ से राजतिलक.
वैसे तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मभूमि पोरबंदर को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. फिलहाल 2 बार से पोरबंदर विधानसभा में बीजेपी के बाबूभाई भीमाभाई बोखिरिया विधायक हैं. लेकिन उससे पहले 1995 से 2012 तक यहां नतीजे बदलने का ट्रेंड रहा है. अंजना ओम कश्यप के साथ देखिए राजतिलक के मंच पर पोरबंदर की जनता के सवाल.
गुजरात में चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है. BJP ने चुनाव प्रचार में जहां PM मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ को उतार दिया है. वहीं, विपक्षी दलों की ओर से भी प्रमुख महारथियों ने मोर्चा संभाल लिया है. क्या BJP का गढ़ भेद पाएंगे इसुदान गढ़वी? अंजना ओम कश्यप के साथ गुजरात के द्वारिका से देखिए राजतिलक.
प्रयागराज उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा विधानसभा वाला शहर है. 16 अक्टूबर 2018 को इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था. प्रयागराज में 12 विधानसभाएं हैं, जिसमें 9 पर भारतीय जनता पार्टी, 2 बहुजन समाज पार्टी और एक पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है. लेकिन दोनों बसपा के विधायकों ने अब सपा का दामन थाम साइकिल की सवारी कर ली है. प्रयागराज से देखें राजतिलक.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की विधानसभा सीट है अयोध्या विधानसभा सीट. अयोध्या की पहचान भगवान राम से रही है. ये भगवान राम की जन्मभूमि है और राम का नाम सियासत का केंद्र रहा है. 2017 में अयोध्या की पांचों सीटों पर कमल खिला था. अब सवाल है कि क्या अयोध्या की 5 सीटों पर फिर कमल खिलेगा या अखिलेश यादव उलटफेर कर पाएंगे? जानें अयोध्या किसे देगी अपना आशीर्वाद. देखें राजतिलक.
आधा उत्तर प्रदेश वोट कर चुका है, आधा बाकी है. उत्तर प्रदेश में तीन चरण के मतदान पूरे हो चुके हैं और चौथे चरण के मतदान से पहले आतंकवाद का मुद्दा यूपी की राजनीति में प्रवेश कर चुका है. आज आतंकवाद के मुद्दे को लेकर वार-पलटवार का दौर जारी रहा. इसी वार-पलटवार के दौर के बीच राजतिलक की टीम पहुंच चुकी है अमेठी. अमेठी कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है. वहां बीजेपी ने सेंधमारी की थी. अब देखना होगा कि क्या इस बार स्मृति ईरानी के चेहरे, योगी के काम पर अमेठी के लोग बीजेपी को वोट देंगे? या इस बार सपा को मिलेगी अमेठी से जीत. देखें अमेठी से ग्राउंड रिपोर्ट और सपा, बसपा और बीजेपी नेताओं से अमेठी की जनता के सवाल.
20 फरवरी को 59 सीटों पर वोटिंग है. नेताओं ने अपने सारे पासे फेंक दिये हैं. ये जंग जाटलैंड की नहीं बल्कि यादवलैंड में है. लिहाज़ा अखिलेश यादव का जोश कुछ ज्यादा ही हाई है. एक तरफ वो मैनपुरी की करहल सीट से खुद चुनाव लड़ रहे हैं, और दूसरी तरफ यादवलैंड में समाजवादी कुनबे को साथ लेकर ताकत दिखा रहे हैं. लेकिन बीजेपी ने भी करहल से लेकर पूरे यादवलैंड में अखिलेश को चैलेंज दे दिया है. बीजेपी अखिलेश को 2017 का अपना शानदार प्रदर्शन दिखा रही है. वहीं, पीएम मोदी ने आज दिल्ली में अपने आवास पर देशभर के प्रमुख सिखों की मेज़बानी की. पीएम मोदी और सिख समाज के लोगों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई. वहीं, आज राजतिलक की टीम पहुंची लखनऊ. देखें लखनऊ की जनता के सपा, बसपा, कांग्रेस और बीजेपी से सवाल.
UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के मतदान से पहले आजतक की टीम पहुंची रायबरेली. रायबरेली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. हालांकि पिछली बार रायबरेली की 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने 4 सीटों पर जीती हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस की दो सीटों और सपा की 1 सीट पर जीत हुई थी. रायबरेली में AIIMS के निर्माण को विकास की राह में बड़ा माना जाता है. अब देखना होगा कि रायबरेली की जनता क्या बीजेपी को वोट देगी या रायबरेली कांग्रेस का गढ़ बना रहेगा. देखें रायबरेली से ग्राउंड रिपोर्ट और बीजेपी, कांग्रेस और सपा नेता से जनता के सवाल.
उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल पूरे चरम पर है. पहले चरण का मतदान भी हो चूका है और 58 सीटों को इंतज़ार है अब नतीजों का. इसी बीच उत्तर प्रदेश में मैनपुरी की सीट पर सबकी निगाहें हैं. मैनपुरी को समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव का गढ़ माना जाता है. जहां मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के साथ मुस्लिम-यादव यानी की M-Y फैक्टर है, वहीं इस बार भाजपा के पास भी एक M-Y फैक्टर है. M-Y यानी मोदी-योगी फैक्टर. अब देखना दिलचस्प होगी किसका M-Y फैक्टर पड़ेगा किसपर भारी.
नवाबों के शहर रामपुर की पहचान इसकी गंगा-जमुनी तहजीब से हैं. यहां के बने हुए चाकुओं को रामपुरी चाकू कहा जाता है जो विश्व प्रसिद्ध हैं. सूबे की सियासत के बड़े मुस्लिम चेहरे आजम खां की परंपरागतस सीट होने के कारण रामपुर विधासभा सीट की अहमियत लंबे समय से बनी हुई है. आजम के इस गढ़ से पश्चमी यूपी के कई जिलों की विधानसभा सीटों की किस्मत तय होती रही है. यहां की जनता से बात की अंजना ओम कश्यप ने. सवाल किया - रामपुर में किसका पलड़ा भारी है? इस सवाल के जवाब तो सभी के अलग-अलग आये. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि आजम खान की सरकार में विकास हुआ है बीजेपी की सरकार में कुछ नहीं है. तो वहीं एक का जवाब था कोई पार्टी आए, देश के लिए सोचे, शहर के लिए सोचे. तो कुछ ने बेरोजगारी पर भी सवाल उठाये. देखें राजतिलक.
आज यूपी में पहले चरण के मतदान का दिन है और यूपी की सियासी जंग शुरू हो चुकी है. पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग जारी है. मुजफ्फरनगर की छह सीटें भी इसमें शामिल हैं, 2017 में इन सभी छह सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. कुछ जगहों से ईवीएम खऱाब होने की शिकायतें मिली है. चुनाव आयोग को भी शिकायत की गई है. क्या पश्चिम यूपी के रास्ते से गुजरेगा लखनऊ की सत्ता का एक्सप्रेसवे? ये जानने के लिए आजतक के संवाददता लगभग सभी वोटिंग वाले क्षेत्रों से जनता के बीच से सीधे लाइव रिपोर्टिंग कर रहे हैं. देखिए मुजफ्फरनगर से ये खास बुलेटिन.
पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर इस वक्त वोटिंग जारी है. मुजफ्फरनगर की छह सीटें भी इसमें शामिल हैं. 2017 में इन सभी छह सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इसलिए इस बार बीजेपी की साख दांव पर है. बीजेपी के सामने अपनी सीटें बचाने की चुनौती है. दूसरी तरफ इस बार विपक्ष भी मजबूती के साथ मैदान में है. बीजेपी का मुख्य मुकाबला एसपी-आरएलडी गठबंधन से है. क्या कहते हैं अब तक के वोटिंग के आंकड़े, ये जानने के लिए आजतक के संवाददता लगभग सभी वोटिंग वाले क्षेत्रों से जनता के बीच से सीधे लाइव रिपोर्टिंग कर रहे हैं. देखिए ये खास बुलेटिन.
आज से यूपी का सियासी घमासान शुरू हो चुका है. सबसे हाईवोल्टेज प्रचार जिस पश्चिमी यूपी के लिए हुआ, वहां आज वोटर अपना फैसला ईवीएम में बंद कर रहे हैं. पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग चल रही है. समाजवादी पार्टी आरएलडी के साथ जहां किसान आंदोलन के सहारे सियासी जमीन तलाश रही है. वहीं, बीजेपी दंगा मुक्त उत्तर प्रदेश के नाम पर वोट मांग रही है. इस बीच सवाल बीएसपी के लिए भी है कि उसके लिए सियासी सफर कैसा होने वाला है. किन मुद्दों पर मतदाता वोट करेंगे, क्या कहते हैं वोटिंग के आंकड़े, ये जानने के लिए आजतक के संवाददता लगभग सभी वोटिंग वाले क्षेत्रों से जनता के बीच से सीधे लाइव रिपोर्टिंग कर रहे हैं. देखिए अलीगढ से ये खास बुलेटिन.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होने जा रहे मतदान के पहले चरण का आगाज हो चुका है. पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान शुरू हो चुका है. जिन जगहों पर इस वक्त वोटिंग चल रही है वहां कई जगहों पर धुंध छाई हुई है. लिहाजा मतदान केंद्रों में वोटरों की तादाद अपेक्षाकृत नजर आ रही है. हालांकि, अभी दिन चढ़ने के साथ ही वोटर्स की तादाद बढने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं उम्मीदवारों में पूरा जोश है. योगी सरकार के नौ मंत्री इस दौर में चुनाव मैदान में हैं. देखिए सूबे की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के बूथों से हमारी ग्राउंड रिपोर्ट.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद का देवबंद भारत समेत पूरी दुनिया में दारुल उलूम और प्राचीन शक्तिपीठ श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर के कारण विख्यात है. दारुल उलूम देवबंद का जहां एक ओर स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान रहा है, दूसरी ओर यहां 5 हजार छात्र धार्मिक शिक्षा ग्रहण करते हैं. वहीं, दूसरी ओर प्राचीन शक्तिपीठ मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी देवी का मंदिर अपने आप में बहुत प्राचीन इतिहास छिपाए हुए है. यहां ये देखें राजतिलक.