दाऊद के भाई छोटा शकील की बात मानें तो 90 के दशक में दाऊद ने भारत सरकार के सामने सरेंडर करने की पेशकश की थी लेकिन शरद पवार की महाराष्ट्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई. दाऊद ने सरेंडर करने के लिए रामजेठमलानी से कहा था.