ताकत, साहस और वीरता में  पांडवों का कोई मुकाबला नहीं था. पांचों पांडवों के आगे बड़े बड़े योद्धा हार मान उनके आगे सिर झुका लेते थे लेकिन इन्हीं पांडवों का जीवन एक बार पड़ गया था मुश्किल में.