हरे भरे पर्वतों के बीचों बीच बना अचलेश्वर महादेव का मंदिर. हर रोज़ पौ फटने के साथ ही भक्त अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए यहां खिंचे चले आते हैं. उनके चमत्कारी रुप को जी भर के निहारने के लिए बच्चे हों या फिर बड़े हर, सभी यहां आंखे बंदकर लीन हो जाते हैं शिव की भक्ति में.