स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जीवन में कभी खड़े हो तो एक पेड़ की तरह और कभी गिरो तो एक बीज की तरह, ताकि दोबारा फिर से खड़े होकर अपने मकसद को पूरा कर सको. जीवन में हमेशा एक मकसद को साथ लेकर चलना चाहिए, इससे आपके भीतर उसे पाने की चाह और उसके लिए कड़ी मेहनत करने का जज्बा बना रहता है.