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गुरुवार को घर पहुंचेगा शहीद का शव, चार साल पहले हुई थी शादी, जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में गवांई जान

सीआरपीएफ के शहीद जवान कबीर दास उईके गांव पुलपुलडोह के रहने वाले थे. जवान का अंतिम संस्कार गुरुवार को उनके पैतृक गांव पुलपुलडोह में होगा. उन्होंने साल 2011 में CRPF में नौकरी ज्वाइन की थी और 4 साल पहले शादी हुई थी. शहीद के परिवार में पत्नी एक छोटा भाई, मां और दो शादीशुदा बहने हैं.

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शहीद कबीर दास उईके (फाइल-फोटो)
शहीद कबीर दास उईके (फाइल-फोटो)

जम्मू काश्मीर के कठुआ जिले के सुखल गांव में आतंकी हमला हुआ था. जिसमें सीआरपीएफ जवान कबीर दास उईके गंभीर रूप से घायल हुए थे. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. जवान का अंतिम संस्कार गुरुवार को पैतृक गांव पुलपुलडोह में होगा.

शहीद जवान कबीर दास छिंदवाड़ा जिले के गांव पुलपुलडोह के रहने वाले थे. उन्होंने साल 2011 में सीआरपीएफ में नौकरी ज्वाइन की थी और 4 साल पहले शादी हुई थी. शहीद के परिवार में पत्नी एक छोटा भाई, मां और दो शादीशुदा बहने हैं. शहीद कबीर की अभी कोई संतान नहीं है वो 10 दिन पहले ही छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे. 

कठुआ आंतकी हमले में शहीद हुआ सीआरपीएफ का जवान

इस घटना के बाद शहीद कबीर दास उईके के घर पर मातम पसर गया. सांसद विवेक बंटी साहू ने उनके घर पहुंचकर खेद व्यक्त कर परिवार को ढांढस बंधाया. साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया. शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार 10 बजे उनके गांव पुलपुलडोह पहुंचेगा. बेटे की मौत की खबर सुनकर मां इंद्रवती उइके स्तब्ध है. मां ने कहा उनकी फोन पर एक दिन पहले बात हुई थी. 

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गुरुवार को पैतृक गांव में होगा शहीद जवान का अंतिम संस्कार

बता दें, जम्मू-कश्मीर में बीते तीन दिनों में तीन आतंकी घटनाएं सामने आई हैं. पहला आतंकी हमला रियासी जबकि दूसरा कठुआ और अब तीसरा हमला डोडा में हुआ है. डोडा में हुए हमले में आतंकियों ने सेना के बेस को अपना निशाना बनाया है. आतंकियों ने 9 जून को रिसायी के शिवखोड़ी धाम में दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं को अपना निशाना बनाया था. इस आतंकी हमले में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि 33 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे

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