MP News: राजधानी भोपाल के इस्लामनगर का नाम 3 साल पहले जगदीशपुर कर दिया गया था. लेकिन अभी भी कई जगह पर इस्लामनगर के साइन बोर्ड लगे हुए हैं. बुधवार को हिंदूवादी संगठनों ने जेसीबी लेकर उन तमाम साइन बोर्ड पर जगदीशपुर के पोस्टर चिपका दिए. इस दौरान इस्लामनगर के बोर्ड्स पर कालिख भी पोती गई.
हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि जब नाम बदल दिए गए हैं तो प्रशासन अभी तक जगह-जगह साइन बोर्ड क्यों नहीं बदल रहा? अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करेगा तो हम खुद सड़कों पर उतरकर इस तरह के बोर्ड लगाएंगे.
हिंदूवादी संगठनों ने इससे पहले मस्जिद के बाहर यह कहते हुए भी हंगामा किया कि जगदीशपुर के नाम के माइलस्टोन तोड़े जा रहे हैं और खास तौर पर मस्जिद और मदरसे के सामने यह बोर्ड तोड़े गए हैं.
इस दौरान मस्जिद में मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि यह कानूनी विषय है. अगर पत्थर टूटा है तो इसे लेकर के पुलिस में शिकायत करनी चाहिए, क्योंकि मस्जिद के सामने संकरी रोड है. इस कारण वाहनों के चलते यह टूट गया है. इस्लामनगर का नाम बदलकर जगदीशपुर हो गया है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है.
दावा है कि तकरीबन 300 साल पहले औरंगजेब के भगोड़े सैनिक दोस्त मोहम्मद खान ने जगदीशपुर पर कब्जा कर इसका नाम इस्लामनगर रखा था. 1 फरवरी 2023 को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की अनापत्ति के बाद राज्य सरकार ने भोपाल जिले के ग्राम इस्लामनगर का नाम परिवर्तित कर जगदीशपुर कर दिया था.