दिल्ली की सर्द हवा के साथ राजधानी में होने वाला साहित्य का महाकुंभ, साहित्य आजतक लौट आया है. मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 21, 22 और 23 नवंबर यानी 3 दिन तक कला जगत के अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गजों का जमावड़ा लगेगा जहां आप मिल सकेंगे अपने चहीते कलाकारों, गायकों, कवियों, साहित्यकारों और रुपहले पर्दे की भी तमाम नामचीन हस्तियों से.
ये आयोजन अब दिल्ली में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है और राजधानी की शान बन चुका है. साहित्य आज तक- भारतीय भाषा, साहित्य, कला और मनोरंजन जगत का सबसे बड़ा मेला है. गीत, संगीत, शायरी, कविता, नाटक, विचार, विमर्श और चिंतन के दिग्गजों से गुलजार इस महासंगम के पीछे 'आज तक' का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी और आम जनता को भारतीय भाषा, कला, संगीत और संस्कृति से सीधे जोड़ना है.
अपने-अपने राम से होगी कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम में पहले दिन के बाद दूसरा दिन भी बेहद खास होने वाला है. दूसरे दिन की शुरुआत भी कवि कुमार विश्वास की रामकथा 'अपने-अपने राम' से होगी. इसके बाद भोजपुरी की मिठास और साथ में राजनीतिक बतकही के साथ मंच पर आएंगे सांसद और गायक मनोज तिवारी. उनके इस सत्र का नाम ‘जिया हो बिहार के लाला...’के तौर पर ही आयोजित होने वाला है.
दोपहर का सत्र संगीत को समर्पित है. बॉलीवुड के नामचीन सिंगर पपॉन अपने गीतों के जरिए दिवंगत सिंगर 'जुबिन गर्ग' को स्वरांजलि देंगे. शाम को मंच पर नजर आएंगे अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर और साथ में होंगी संध्या गोखले जो अपनी किताब ‘Viewfinder: A Memoir’ से जुड़ी स्मृतियां साझा करेंगे. इसके बाद कवि मनोज मुंतशिर शुक्ला अपनी लेखनी और जीवन के अनुभवों से भरा सत्र ‘फटे जूते पहन के आकाश पे चढ़े थे’* लेकर आएंगे और शब्दों का जादू हवा में बिखेरेंगे.
साहित्य आजतक में दूसरे दिन 22 नवंबर 2021 का कार्यक्रम, स्टेज-1, हल्ला बोल
| समय | सत्र का शीर्षक | प्रतिभागी | परिचय |
|---|---|---|---|
| 11:00 - 12:30 | अपने-अपने राम | कुमार विश्वास | कवि, लेखक एवं मोटिवेशनल स्पीकर |
| 12:30 - 13:15 | जिया हो बिहार के लाला... | मनोज तिवारी | गायक एवं सांसद |
| 13:15 - 14:00 | स्वरांजलि टू जुबिन गर्ग | पापोन | प्रसिद्ध गायक |
| 14:00 - 14:45 | * | अमोल पालेकर — अभिनेता, निर्देशक एवं ‘Viewfinder: A Memoir’ के लेखक संध्या गोखले — लेखिका, पटकथा लेखिका एवं वकील | |
| 14:45 - 15:30 | फटे जूते पहन के आकाश पे चढ़े थे | मनोज मुंतशिर शुक्ला | लेखक, कवि एवं गीतकार |
| 15:30 - 16:30 | तुमसे मिलके... ऐसा लगा तुमसे मिलके... | सुरेश वाडकर | गायक, पद्मश्री एवं संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त |
| 16:30 - 18:00 | हरगुन कौर LIVE | हरगुन कौर | गायिका |
| 20:00 - 22:00 | संगीतमय संध्या | जसबीर जस्सी | लोकप्रिय पंजाबी गायक |
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में अभी रजिस्टर करें.
तारीख: 21, 22 और 23 नवंबर, 2025
आयोजन स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली
रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट: aajtak.in/sahitya