राजधानी दिल्ली में साहित्य और कला जगत के प्रेमियों के लिए लगने वाला महाकुंभ एक बार फिर आयोजित होने वाला है. 21, 22 और 23 नवंबर की तारीख को अपने कैलेंडर में अभी से मार्क करके रख लीजिए, क्योंकि ये तीन दिन आपके जीवन में बेहतर और यादगार तीन दिन बन सकते हैं. जहां आप कुछ नया सीखेंगे, अपने चहीते कलाकारों और साहित्यकारों से रूबरू होंगे और जानेंगे सिनेमा, कला, साहित्य की तमाम बारीकियां भी.
सफलता के नए आयाम गढ़ रहा साहित्य आजतक
भारत के सबसे तेज और सबसे बड़े हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' द्वारा हर साल सजने वाला यह महाकुंभ इस बार भी गीत, संगीत, शायरी, कविता, नाटक, विचार, विमर्श और चिंतन के दिग्गजों से गुलजार होगा. इस महासंगम के जरिये आज की युवा पीढ़ी और आम जनता को भारतीय भाषा, कला, संगीत और संस्कृति से सीधे जोड़ने की कोशिश साल दर साल रंग ला रही है और सफलता के नए आयाम भी गढ़ रही है.
मशहूर कवियों, लेखकों, कलाकारों से मिलने का मौका
साहित्य आजतक का प्रयास है कि 'आज तक' की ख़बरों की तरह ही साहित्य भी जन-जन तक पहुंचे. साहित्य के इस महाकुंभ 'साहित्य आज तक' के दौरान इन तीन दिनों में देश-दुनिया में मशहूर कवि, लेखक, कलाकार, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, रंगकर्मी, चिंतक और विचारक एक जगह, एक साथ मौजूद होंगे और इनसे आप रूबरू हो सकेंगे.
आयोजन के दौरान तीन-तीन अलग-अलग स्टेज पर एक ही समय में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित होते हैं. आप अपनी रुचि के अनुसार किसी भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए आपको साहित्य आजतक की वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसका लिंक वेबसाइट पर उपलब्ध है, जहां से आप पास/टिकट ले सकते हैं और आयोजन के लिए प्रवेश पा सकते हैं.
होने वाले हैं कई बेहतरीन अनुभव
आयोजन का पहला दिन आपके लिए बेहतरीन अनुभव वाला होने वाला है. कवि कुमार विश्वास से आप रामकथा सुन सकेंगे, वहीं लोकगायिका मालिनी अवस्थी का सेशन लोकगीतों की मधुर रस से भरा होगा. अल्ताफ राजा की लाइव परफॉर्मेंस के गवाह बन सकेंगे तो वहीं वर्षा सिंह धनोआ गुलाबी सर्दी की इस शाम को सुरमयी बनाने आएंगी. स्टेज-2 पर मौका रहेगा, दास्तानगोई के खास फन को सुनने-समझने का, जहां आप गुरुदत्त की जिंदगी के किस्सों को सुन सकेंगे तो तीसरे स्टेज पर राहगीर आपके सामने होंगे और अपनी सरल, सूफियाना गायकी से आपके अंतस को झकझोर देंगे. तो देर मत कीजिए, इतने अलहदा आयोजन का हिस्सा बनने के लिए तुरंत रजिस्ट्रेशन करें.
यहां देखिए पहले दिन स्टेज-1 पर होने वाले कार्यक्रमों की सूची
| समय | सत्र / विषय | प्रतिभागी |
|---|---|---|
| 13:00 - 13:10 | स्वागत भाषण | कली पुरी (वाइस चेयरपर्सन, इंडिया टुडे ग्रुप) |
| 13:10 - 14:30 | अपने-अपने राम | कुमार विश्वास (कवि, लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर) |
| 15:00 - 16:00 | अल्ताफ राजा | अल्ताफ राजा (गायक) |
| 16:00 - 17:00 | तुम्हारी औकात क्या है!! | पीयूष मिश्रा (अभिनेता, गायक) |
| 17:00 - 19:00 | अख्तरी... उफ्फ ये फसाना!! | मालिनी अवस्थी (पद्मश्री, भारतीय लोक गायिका), यतींद्र मिश्रा (कवि और लेखक) |
| 20:00 - 21:00 | समां... से लंबी जुदाई तक... एक सुरमयी शाम... | वर्षा सिंह धनोआ (गायिका) |
यहां देखिए पहले दिन स्टेज-2 पर होने वाले कार्यक्रमों की सूची
| समय | सत्र / विषय | प्रतिभागी |
|---|---|---|
| 14:00 - 15:00 | जीवन की जागरूकता: कितनी ज़रूरी... | प्रेम रावत (लेखक और शिक्षक) |
| 15:00 - 15:30 | किताबी गुफ्तगू... क्योंकि बात करना ज़रूरी है... | नमिता दुबे (अभिनेत्री और समीक्षक), स्मृति नौटियाल (समीक्षक) |
| 15:30 - 16:00 | चिक्का ऑन रोल - बातों की बात... | रुचिका लोहिया (कवयित्री और प्रदर्शनकर्ता) |
| 16:00 - 17:00 | दास्तान-ए-गुरु दत्त | फौजिया (दास्तानगो) और लतिका जैन (गायिका) |
| 17:00 - 18:00 | जो हमने दास्तान अपनी सुनाई - स्मरण लेखन की चुनौतियाँ | सीमा कपूर (अभिनेत्री और ‘यूं गुज़री है अब तक’ की लेखिका), लीलाधर मंडलोई (कवि और ‘जब से आंख खुली है’ के लेखक), यतिश कुमार (‘अंतस की खुरचन’, ‘आविर्भाव’ और ‘बोरसी भर आंच’ के लेखक) |
| 18:00 - 20:00 | ऑपरेशन सिंदूर - वीर रस कवि सम्मेलन | कर्नल वी. पी. सिंह (कवि), कमांडर समोद सिंह (कवि), मदन मोहन समर (कवि), गौरव चौहान (कवि), कविता तिवारी (कवयित्री), विनीत चौहान (कवि), मनीष मधुकर (कवि) |
पहले दिन के आयोजन में स्टेज-3 के कार्यक्रमों का शेड्यूल
| समय | सत्र का शीर्षक / विषय | वक्ता / प्रतिभागी | परिचय |
|---|---|---|---|
| 14:00 – 15:00 | राहगीर | राहगीर | कवि एवं गायक |
| 15:00 – 16:00 | हिंदी साहित्य की नई पहचान – बेज़ुबानों की ज़ुबान | मनीषा कुलश्रेष्ठ | त्रिमाया (हाथियों की मातृकाओं पर आधारित) की लेखिका |
| निधि अग्रवाल | गिल्लू की नई कहानी (एक गिलहरी पर आधारित) की लेखिका | ||
| अमित तिवारी | बैंकू (एक पालतू पशु पर आधारित) के लेखक | ||
| 16:00 – 17:00 | भाषा और साहित्य के क्षेत्रीय सवाल… | एस. आर. हर्नोट | कवि एवं लेखक – पंजा, आकाशबेल, पीठ पर पहाड़, हिडिंब, नदी रंग जैसी लड़की |
| उर्मिला शिरीष | शिक्षाविद एवं उपन्यासकार, सदस्य – साहित्य अकादमी; मैं उन्हें नहीं जानती, ऐ देश बता तुझे क्या हुआ है | ||
| विकास झा | पत्रकार एवं लेखक – मैक्लस्कीगंज, द क्वीन ऑफ इंडियन पॉप: उषा उत्थुप की जीवनी | ||
| डॉ. चंद्रशेखर होत | लेखक एवं सचिव, ओडिशा साहित्य अकादमी | ||
| 17:00 – 18:00 | भारत में भाषा के सवाल… | प्रो. कुमुद शर्मा | कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा |
| मनु दश | ओड़िया-अंग्रेजी द्विभाषी कवि, संपादक, अनुवादक, निदेशक – ओडिशा आर्ट एंड लिटरेचर फेस्टिवल | ||
| आनंद विजय | लेखक एवं पत्रकार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता | ||
| 18:00 – 19:00 | ताज़ा ताज़ा इश्क… | अनुपमा राग | गायिका |
साहित्य आजतक में आप सिंगर नेहा कक्कड़, जसबीर जस्सी, हरगुन कौर और ऐसे ही कई अन्य हस्तियों के लाइव परफॉर्मेंस को देख सकेंगे और इनका आनंद ले सकेंगे. तो देर मत कीजिए, आज ही 'साहित्य आज तक' की टिकट बुक करें.
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में अभी रजिस्टर करें.
तारीख: 21, 22 और 23 नवंबर, 2025
आयोजन स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली
रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट: aajtak.in/sahitya