बॉलीवुड के किंग खान कहलाने वाले शाहरुख खान की जनवरी में 'पठान' फिल्म रिलीज होने वाली है. फिल्म के सफल होने के लिए शाहरुख खान मंदिर-मस्जिद में जाकर प्रार्थना कर रहे हैं. हाल ही में शाहरुख खान मक्का में उमराह के लिए गए थे, उसके बाद अब वह मां वैष्णो देवी के दरबार में भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मां वैष्णो देवी के दरबार में माथा टेका और प्रार्थना भी की.
माता वैष्णो देवी की यात्रा को कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक माना जाता है. मां वैष्णो देवी का मंदिर जम्मू-कशमीर स्थित त्रिकूट पर्व पर एक गुफा में है. यहां पहुंचने के लिए भक्तों को 13 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान कई तरह की प्रक्रियाओं को पूरा करना पड़ता है. तो आइए जानते हैं मां वैष्णो देवी की यात्रा के नियम, रास्ता और प्रक्रिया के बारे में-
यात्रा से पहले पंजीकरण- यहां जाने के लिए यात्रियों को सबसे पहले पंजीकरण कराना होता है. मां वैष्णो देवी की यात्रा कटरा से शुरू होती है और इससे पहले पंजीकरण कराना होता है. यहां से आपको पंजीकरण की पर्ची मिल जाएगी. इस यात्रा पर्ची के जारी होने के बाद आपको 6 घंटे के अंदर बाणगंगा मे पहली चेक पोस्ट को पार करना होता है.
दो तरीकों से कर सकते हैं यात्रा- मां वैष्णो देवी के भवन पहुंचने के लिए आप दो तरह से यात्रा शुरू कर सकते हैं. मंदिर 5200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इसलिए यहां पहुंचने के लिए आप कटरा से 12 किलोमीटर का ट्रेक कर सकते हैं. यदि आप ढलान पर नहीं चलना चाहते तो आपके पास खड़ी सीढ़ियां चढ़ने का भी विकल्प है. ज्यादातर लोग रात के समय अपनी यात्रा शुरू करते हैं. इस वक्त भीड़भाड़ कम होती है और सुबह-सुबह माता वैष्णो देवी के दर्शन भी हो जाते हैं.
वरिष्ठ लोगों के लिए खास सुविधाएं- मां वैष्णो देवी के भवन पहुंचने के लिए वरिष्ठ लोग गधे या खच्चर की सवारी या फिर पालकी भी कर सकते हैं.
मिलती हैं ये सभी व्यवस्थाएं- यात्रा मार्ग में बहुत सारे भोजनालय और जलपान केंद्र हैं, जहां स्वादिष्ट भोजन मिलता है. वहीं रुकने की बात करें तो मुख्य परिसर जिसे भवन के रूप में जाना जाता है, यहां पहुंचने के बाद आपको मुफ्त और किराए पर आवास की सुविधा आसानी से मिल जाती है. इसके अलावा यहां शाकाहारी रेस्तरां, एक चिकित्सा केंद्र, कंबल स्टोर, क्लॉक रूम और धार्मिक प्रसाद और स्मृति चिह्न बेचने वाली दुकानें हैं.
पास रखें ये जरूरी कागजात- वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान अपने साथ फोटो और पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ जरूर रखें. पहचान पत्र के तौर पर आप पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और पैन कार्ड रख सकते हैं. इन कागजातों के बिना रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता है. ऑनलाइन यात्रा पर्ची श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से मिलेगी. वेबसाइट पर जाकर पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद एक आईडी और पासवर्ड का चयन करना होगा.उपयोगकर्ता का नाम और पासवर्ड बोर्ड की वेबसाइट के होम पेज पर डालकर यहां से रजिस्ट्रेशन स्लिप ले सकते हैं.
बस,ट्रेन और फ्लाइट से कैसे पहुंचे मां वैष्णो देवी के मंदिर
अगर आप दिल्ली से वैष्णो देवी की यात्रा के लिए जा रहे हैं तो आप रोड, ट्रेन और फ्लाइट के जरिए यहां पहुंच सकते हैं.
बस से कैसे पहुंचे मां वैष्णो देवी के मंदिर- अगर आप दिल्ली से वैष्णो देवी की यात्रा के लिए जा रहे हैं तो आपको राष्ट्रीय राजमार्ग NH44 से जाना होगा. रोड के जरिए दिल्ली से वैष्णो देवी जाने का रूट कुछ इस तरह है-
दिल्ली- पानीपत-करनाल-कुरुक्षेत्र- अंबाला-लुधियाना-जलंधन-पठानकोट-जम्मू -कटरा.
ट्रेन से कैसे पहुंचे मां वैष्णो देवी के मंदिर- वैष्णो देवी की यात्रा करने के लिए दिल्ली से कटरा तक की कुल 20 ट्रेन हैं. दिल्ली से वैष्णो देवी जाने वाली सबसे तेज ट्रेन 'वंदे भारत' है. इससे आप सिर्फ 8 घंटे में दिल्ली से कटरा पहुंच सकते हैं. मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचने के लिए यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कटरा है जिसकी वैष्णो देवी मंदिर से दूरी 20 किलोमीटर है. इसके अलावा जम्मू, अमृतसर और दिल्ली से कटरा जाने के लिए आपको कई बसें आसानी से मिल जाएंगी.
फ्लाइट से कैसे पहुंचे मां वैष्णो देवी के मंदिर- अगर आप फ्लाइट से वैष्णो देवी के मंदिर में जाना चाहते हैं तो आपको भारत की किसी भी जगह से जम्मू के लिए फ्लाइट आसानी से मिल जाएगी. फ्लाइट से जम्मू पहुंचने के बाद आप ट्रेन या बस के जरिए कटरा पहुंच सकते हैं. इसके अलावा जम्मू से कटरा जाने के लिए बहुत सी ट्रेन उपलब्ध हैं जिसके जरिए आप बिना किसी परेशानी के कटरा जा सकते हैं.