बुंदलेखंड के तोड़कर गांव की प्रधान सुमनलता पटेल, उनके अध्यापक पति यशवंत पटेल ने गंवई अंदाज में अपनी भतीजी प्रीति का ब्याह यूपी से लगे मध्यप्रदेश के जिला छतरपुर के सरबई गांव रहवासी सुरेन्द्र पटेल से की. जिसे आप ग्रीन मैरेज, हरित शादी कह सकते हैं. इस शादी में न तो प्लास्टिक का इस्तेमाल हुआ ना ही कागज के एक टुकड़े का. दूल्हा कार या किसी गाड़ी के बजाए बैलगाड़ी से दुलहन के गांव बारत लेकर आया और दुलहन के दरवाजे तक पालकी में गया. शादी के बाद दूल्हा-दुल्हान ने पेड़ लगाए. बारातियों को भी गिफ्ट में एक-एक पेड़ दिया गया. शादी का मंडप और दुल्हन का दरवाजा जामुन, अशोक और दूसरे पत्तों से सजाया गया था.