फिल्म पद्मावती के खिलाफ ना पुतलादहन रुक रहा है. ना विरोध प्रदर्शन रुक रहे हैं. ना संजय लीला भंसाली के खिलाफ बदजुबानी बंद हो रही है. आलम ये है कि हिंदुस्तान के कोने-कोने में प्रदर्शनकारी घूम-घूम कर इतनी बार प्रदर्शन कर चुके हैं, जितनी बार घूमर गाने में दीपिका पदुकोण न घूमीं होंगी.मगर, प्रदर्शन का सिलसिला सिर्फ एक तरफा नहीं है. संजय लीला भंसाली के विरोध में करणी सेना और कुछ राजपूत संगठन विरोध कर रहे हैं तो दूसरी ओर संजय लीला भंसाली के पक्ष में पूरी फिल्म इंडस्ट्री ब्लैकआउट विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. ब्लैक आउट के जरिए 15 मिनट के लिए रविवार को कहीं कोई शूटिंग नहीं होगी. ब्लैकआउट में इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन समेत 20 संस्थान शामिल हैं. टीवी से जुड़ी संस्थाएं भी ब्लैक आउट का हिस्सा होंगी.