भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ साझा लड़ाई के बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के ऐलान के बाद से पशोपेश में पड़ी टीम अन्ना की ओर से आखिर यह साफ कर दिया गया कि बाबा रामदेव के साथ मिलकर साझा आंदोलन नहीं चलाया जाएगा.