एक साल में पांच बार पेट्रोल की कीमतें बढ़ीं. तेल की कीमतें बढ़ने से कांग्रेस की सहयोगी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नाराज हैं. उनका कहना है कि इस बारे में उनकी पार्टी से सलाह-मश्विरा नहीं किया गया. मनमोहन शासन में करीब-करीब दोगुनी हो गई पेट्रोल की कीमत. तेल कंपनियों का रोना सरकार को दिखता है. लेकिन आम लोगों की जलती जिंदगी सरकार को नहीं दिखती. पेट्रोल की कीमतों में फिर से इजाफा हुआ तो देश भर में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. कानपुर में लोगों ने बैलगाड़ी की रैली निकाली तो भोपाल में ठेले पर रख दिया स्कूटर को. मुगलसराय में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को दिखाया गया काला झंडा, तो कहीं लोगों ने खुद ही खींची घोड़ा-गाड़ी. वाराणसी में लोगों ने अपनी बाइक ही कूड़ेदान में फेंक दी.