जिसकी आवाज़ से सिहर जाता था ज़माना. जिसकी शखसिएत से थर्राते थे सुपरस्टार्स, ज़िक्र उसी खलनायक का. जिसकी तारीफ में बस इतना कह देना काफी होगा- मोगैंबो खुश हुआ. लेकिन मोगैंबो के खुश होने की दास्तान इस डायलॉग से कहीं ज्यादा दिलचस्प है और वही दास्तान पेश है आपके सामने.