अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो मुहिम छेड़ी उसने देश के नेताओं की नींद उड़ा दी. अन्ना से उन्हें डर लगने लगा तभी तो सत्ता की शक्ति ने जनता की इच्छा शक्ति के आगे घुटने टेक दिए. आखिर नेताओं को अन्ना से डर क्यों लगता है?