साल 2019 सामने है. ऐसे में तमाम दल सियासी बिसात में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं. इस कोशिश में इन दलों ने इफ्तार पार्टी को भी सियास इफ्तार में बदल दिया. दिल्ली से पटना तक हुई इफ्तार पार्टियों में यही एजेंडा खुलकर सामने आया.