तेलंगाना सरकार ने पुलिस प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए राज्य में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था का पुनर्गठन किया है. जीएचएमसी (ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम) और प्रस्तावित फ्यूचर सिटी के पुनर्गठन के अनुरूप अब राज्य में चार नए पुलिस कमिश्नरेट गठित किए गए हैं. इसके साथ ही भोंगीर जिले को कमिश्नरेट के अधिकार क्षेत्र से बाहर कर दिया गया है.
सरकार के अनुसार, पहले से मौजूद तीन पुलिस कमिश्नरेट का पुनर्गठन करते हुए अब हैदराबाद, साइबराबाद, मलकाजगिरी और फ्यूचर सिटी नाम से चार कमिश्नरेट अस्तित्व में आए हैं. इसका उद्देश्य आम जनता को बेहतर सेवाएं देना, कानून-व्यवस्था को मजबूत करना और अपराध नियंत्रण को अधिक प्रभावी बनाना है. दरअसल, 9 दिसंबर को आयोजित प्रतिष्ठित तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट में राज्य सरकार ने ‘तेलंगाना राइजिंग 2047 विजन डॉक्यूमेंट’ जारी किया था. इस विजन डॉक्यूमेंट में वर्ष 2047 तक तेलंगाना को 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप प्रस्तुत किया गया है. इसी विजन के तहत राज्य को CURE (कोर अर्बन रीजन), PURE और RARE क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए अलग रणनीति अपनाने का फैसला लिया गया. विजन डॉक्यूमेंट के तहत आउटर रिंग रोड (ORR) के भीतर आने वाली 27 नगरपालिकाओं को जीएचएमसी में शामिल किया गया है, जिससे कोर अर्बन रीजन (CURE) का विकास किया जा सके. इसके परिणामस्वरूप विस्तारित जीएचएमसी को 12 जोन, 60 सर्किल और 300 वार्ड में पुनर्गठित किया गया है. इसी तर्ज पर अन्य विभागों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन का भी पुनर्गठन किया गया है.
हैदराबाद कमिश्नरेट
नए ढांचे के तहत विधानसभा, सचिवालय, बेगमपेट, शमशाबाद एयरपोर्ट और बुदवेल हाईकोर्ट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को हैदराबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत लाया गया है. यह कमिश्नरेट राज्य की प्रशासनिक और संवैधानिक गतिविधियों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा.
साइबराबाद कमिश्नरेट
तेजी से विकसित हो रहे आईटी और औद्योगिक क्षेत्रों को साइबराबाद कमिश्नरेट के अंतर्गत रखा गया है. इसमें गाचीबौली, फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट, नानकरामगुडा, माधापुर और रायडुर्ग जैसे आईटी हब शामिल हैं. इसके अलावा पटांचेरू, जीनोम वैली, आरसी पुरम और अमीनपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्र भी साइबराबाद कमिश्नरेट के दायरे में आएंगे.
मलकाजगिरी कमिश्नरेट
पूर्व में मौजूद राचकोंडा कमिश्नरेट का पुनर्गठन कर उसे मलकाजगिरी कमिश्नरेट के रूप में स्थापित किया गया है. इसके अंतर्गत कीसरा, शमीरपेट, कुतबुल्लापुर और कोमपल्ली जैसे इलाके शामिल किए गए हैं. वहीं, पहले राचकोंडा के अंतर्गत आने वाला भोंगीर क्षेत्र अब एक अलग पुलिस इकाई बना दिया गया है. यदाद्री-भोंगीर जिले के लिए अलग से पुलिस अधीक्षक (SP) की नियुक्ति की जाएगी.
फ्यूचर सिटी कमिश्नरेट
राज्य सरकार ने तेजी से विकसित हो रहे फ्यूचर सिटी क्षेत्र के लिए एक नया पुलिस कमिश्नरेट भी गठित किया है. इसके अंतर्गत चेवेल्ला, मोइनाबाद, शंकरपल्ली, महेश्वरम, इब्राहिमपट्टनम समेत अन्य क्षेत्र शामिल किए गए हैं. यह कमिश्नरेट भविष्य की शहरी आवश्यकताओं और बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
सरकार ने चारों पुलिस कमिश्नरेट के लिए पुलिस आयुक्तों की नियुक्ति के आदेश भी जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही यदाद्री-भोंगीर जिले के लिए अलग एसपी की नियुक्ति की जाएगी. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस पुनर्गठन से पुलिसिंग अधिक विकेंद्रीकृत होगी, प्रशासनिक निगरानी मजबूत होगी और आम नागरिकों को त्वरित व बेहतर सुरक्षा सेवाएं मिल सकेंगी. राज्य सरकार के इस फैसले को तेलंगाना के शहरी और भविष्यगत विकास के अनुरूप एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक सुधार के रूप में देखा जा रहा है.