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गोल्ड मेडल विनर मनु के जन्म के 6 घंटे बाद ही मां ने दी थी परीक्षा

मनु की मां सुमेधा भाकर कितनी संघर्षशील व टारगेट को अचीव करने वाली रही हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मनु को जन्म देने के मात्र 6 घंटे बाद संस्कृत ओटी की परीक्षा दी थी. सुमेधा भाकर के अनुसार वो जिदंगी का अलग ही दिन था.

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मनु भाकर
मनु भाकर

कहते हैं कि संघर्ष व जुनून के गुण विरासत में ही मिलते हैं. गोरिया गांव की मनु भाकर ने शूटिंग में दो गोल्ड जीतकर इसे चरितार्थ कर दिखाया है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आज हम बात मनु भाकर नहीं बल्कि उनकी मां सुमेधा भाकर की करेंगे, जिन्होंने मनु को संघर्ष व जुनून के साथ टारगेट अचीव करना सिखाया.

मनु की मां सुमेधा भाकर कितनी संघर्षशील व टारगेट को अचीव करने वाली रही हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मनु को जन्म देने के मात्र 6 घंटे बाद संस्कृत ओटी की परीक्षा दी थी. सुमेधा भाकर के अनुसार वो जिंदगी का अलग ही दिन था.

उन्हें बेटी हुई थी लेकिन वो परीक्षा को छोड़ना नहीं चाहती थीं, क्योंकि उनका सपना शिक्षक बनने का था. उन्होंने मनु को जन्म देकर अपने पति रामकिशन भाकर से परीक्षा केंद्र ले जाने को कहा. जिस पर वे उन्हें परीक्षा केंद्र लेकर गए.

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ताने के बाद बेटी पर किया फोकस

वर्ल्ड चैम्पियन मनु भाकर की मां सुमेधा बताती हैं कि उनकी एक चचेरी बहन ने उन पर ताना मारा था कि गांव में बच्चे कामयाब नहीं हो पाते. उन्हें ये बात चुभ गई. उस समय तो सुमेधा ने पलट कर कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन तभी सुमेधा ने प्रण लिया कि वो अपनी औलाद को ऐसा बनाएंगी कि सभी को इस ताने का जवाब मिल जाए.

उसके बाद मनु का जन्म हुआ, फिर सुमेधा ने अपना पूरा ध्यान बेटी पर लगाया. बेटी ने शुरू के कुछ साल में खूब गेम चेंज किए, लेकिन अब पिछले दो साल से मनु भाकर ने शूटिंग को ही अपना लक्ष्य मान लिया था और सुमेधा की मेहनत आप सबके सामने है. बेटी ने देश की झोली में दो गोल्ड मेडल दिए हैं. सुमेधा कहती हैं कि मेरी बेटी ने गांव की होकर ये मुकाम हासिल किया. सुमेधा ने कहा कि अब मेरी चचेरी बहन को मेरी बेटी की कामयाबी ने खुद ब खुद जवाब दे दिया है.

निजी स्कूल में प्रिंसिपल हैं सुमेधा भाकर

मेक्सिको में भारत के लिए दो गोल्ड जीतने वाली मनु भाकर अपनी मां की स्कूल की छात्रा हैं. दरअसल, उनकी मां गोरिया गांव के ही यूनिवर्सल स्कूल में बतौर प्रिंसिपल कार्यरत हैं. मनु भाकर इसी स्कूल की स्टूडेंट हैं और अपनी मां की देखरेख में शूटिंग पर फोकस कर रही हैं. सुमेधा अपनी बेटी ही नहीं बल्कि स्कूल की करीब 40 बच्चियों को यहां शूटिंग के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं.

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