महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने देश के अलग-अलग राज्यों की रिक्त हुई सीटों पर उपचुनाव कराने का ऐलान कर दिया है. देश के अलग-अलग राज्यों की 64 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है, जिसके तहत उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. इन 11 सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान होंगे और नतीजे 24 अक्टूबर आएंगे.
17 राज्यों की 64 सीटों पर उपचुनाव
देश के 17 राज्यों की 64 सीटें उपचुनाव का ऐलान किया गया है. इनमें से 63 विधानसभा और एक लोकसभा सीट शामिल है. बिहार की 5 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होंगे. इसके अलावा असम की 4, कर्नाटक की 15, केरल की 5, मध्य प्रदेश की 1, मेघालय की 1, ओडिशा की 1, पुडुचेरी की 1, पंजाब की 4, राजस्थान की 2, सिक्किम की 2, तमिलनाडु की 2, तेलंगाना की 1, उत्तर प्रदेश की 11, छत्तीसगढ़ की 1, गुजरात की 4 और हिमाचल प्रदेश की 2 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे. इन सभी सीटों पर हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे.
यूपी की 11 सीटों पर उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों ऐसे समय हो रहे हैं, जहां योगी सरकार के ढाई साल पूरे हो गए हैं. इस उपचुनाव को 2023 का सेमीफाइल माना जा रहा है. ऐसे में बीजेपी उपचुनाव के जरिए अपने राजनीतिक वर्चस्व को बरकरार रखना चाहती है. जबकि सपा, बसपा और कांग्रेस उपचुनाव के जरिए अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाना चाहती है.
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव वाली सीटें
उत्तर प्रदेश के लखनऊ की कैंट, बाराबंकी की जैदपुर, चित्रकूट की मानिकपुर, सहारनपुर की गंगोह, अलीगढ़ की इगलास, रामपुर, कानपुर की गोविंदनगर, बहराइच की बलहा , प्रतापगढ़, मऊ की घोसी और अंबेडकरनगर की जलालपुर विधानसभा सीट हैं.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी के विधायकों के जीतने के कारण 12 सीटें रिक्त हुई हैं. उपचुनाव वाले 12 विधानसभा सीटों में से 9 सीटें बीजेपी के कब्जे में रही हैं और एक सीट उसके सहयोगी अपना दल(एस) के पास थी. हालांकि चुनाव आयोग ने इन 12 सीटों में से फिरोजाबाद की टुण्डला सीट पर चुनाव की घोषणा नहीं की है.
इसके अलावा 2017 के विधानसभा चुनाव में रामपुर से सपा प्रत्याशी आजम खान और जलालपुर विधानसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी रितेश पांडेय प्रचंड ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव में जीतने वाले योगी सरकार में मंत्री रहे सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी और एसपी सिंह बघेल की सीटें भी रिक्त हुई हैं. घोसी से विधायक रहे फागू चौहान बिहार के राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा बाकी सीटों से बीजेपी के विधायक सांसद चुने गए हैं.
मध्यप्रदेश की झाबुआ सीट पर उपचुनाव
महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को होगी और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. साथ ही झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए भी वोटिंग 21 अक्टूबर को होगी. बता दें बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 109 सीटें जीती थीं लेकिन सांसद बनने के बाद गुमानसिंह डामोर ने इस्तीफा दिया जिसके बाद यह सीट खाली हो गई.
विधानसभा में फिलहाल बीजेपी के पास 108 विधायक हैं. वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं. इसके अलावा 4 निर्दलीय, एक सपा और 2 बसपा विधायक हैं. दोनों ही राजनीतिक दल झाबुआ सीट पर जीत के साथ विधानसभा में अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेंगे.