scorecardresearch
 

मलेशिया में लिखा गया सबसे बड़ा और भारी गुरु ग्रंथ साहिब

मलेशिया में एक 73 वर्षीय सिख ने 1430 पन्नों का चौथा हस्तलिखित गुरु ग्रंथ साहिब तैयार किया है, जो अभी तक विश्व का सबसे बड़ा और सबसे भारी गुरु ग्रंथ साहिब हो सकता है.

Advertisement
X

मलेशिया में एक 73 वर्षीय सिख ने 1430 पन्नों का चौथा हस्तलिखित गुरु ग्रंथ साहिब तैयार किया है, जो अभी तक विश्व का सबसे बड़ा और सबसे भारी गुरु ग्रंथ साहिब हो सकता है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जसवंत सिंह खोसा ने हस्तलिखित गुरु ग्रंथ का चौथा संस्करण तैयार किया है, जिसका वजन 84 किलोग्राम, लंबाई 91.44 सेंटीमीटर और चौड़ाई 66.04 सेंटीमीटर है.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2004 में 45 किलो वजन का एक गुरु ग्रंथ साहिब तैयार किया गया था, जिसकी लंबाई 76.2 सेंटीमीटर और चौड़ाई 48.26 सेंटीमीटर थी. इस ग्रंथ को तैयार करने में खोसा को कुल 14 महीनों का वक्त लगा और उन्होंने इस कॉपी को अमेरिका स्थित एक गुरुद्वारे को भेंट किया है.

Advertisement
Advertisement