समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें भाजपा से दोस्ती करने में कोई परहेज नहीं है, लेकिन शर्त यह है कि भाजपा को मन्दिर का मुद्दा त्याग कर विकास की बात करनी होगी.
उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म की राजनीति छोड़ दे तो वैचारिक मतभेदों के बावजूद भी दोस्ती की गांठ बंध सकती है. मुलायम सिंह अपने पुत्र अखिलेश सिंह के साथ बदायूं की जिला पंचायत अध्यक्ष की पुत्री के विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. मीडिया से रू-ब-रू होते हुए उन्होंने कहा कि मायावती एक तानाशाह की तरह शासन कर रहीं हैं.
इतिहास गवाह है कितने तानाशाह हुए और नेस्तनाबूद हो गये. आजम खां की सपा में वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दरवाजा कभी बंद नहीं होता, कोई भी व्यक्ति जब चाहे पार्टी में आ जा सकता है. कल्याण सिंह को सपा से निकाले जाने के सवाल पर मुलायम ने कहा कि कल्याण सिंह कभी समाजवादी पार्टी में रहे ही नहीं.