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याकूब की फांसी से SC के डिप्टी रजिस्ट्रार के इस्तीफे का कोई लेना-देना नहीं: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार अनूप सुरेंद्रनाथ के इस्तीफा मामले में नया ट्व‍िस्ट आ गया है. सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल वीएसआर अवधनी ने इस ओर आधि‍कारिक बयान जारी कर उन सभी मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें कहा गया कि अनूप ने याकूब को फांसी के विरोध में इस्तीफा दिया.

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देश की सर्वोच्च अदालत
देश की सर्वोच्च अदालत

सुप्रीम कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार अनूप सुरेंद्रनाथ के इस्तीफा मामले में नया ट्व‍िस्ट आ गया है. सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल वीएसआर अवधनी ने इस ओर आधि‍कारिक बयान जारी कर उन सभी मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें कहा गया कि अनूप ने याकूब को फांसी के विरोध में इस्तीफा दिया.

देश की सर्वोच्च अदालत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'अनूप सुरेंद्रनाथ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के फैकल्टी हैं और वह कोर्ट के साथ शॉर्ट टर्म एसाइनमेंट पर काम कर रहे थे. 31 जुलाई 2015 को उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर अपनी संस्थानी वापसी की मांग की, जिसके बाद उन्हें वापस उनके मूल संस्थान भेज दिया गया है.'

वीएसआर अवधनी के हवाले से कहा गया है कि अनूप सुरेंद्रनाथ अपनी रुचि के अनुसार रिसर्च प्रोजेक्ट्स में आगे काम करना चाहते थे. उनकी चिट्ठी में इस बात की सत्यता की जांच की जा सकती है.

मीडिया को फटकार और आदेश
सुप्रीम कोर्ट की ओर से मामले में मीडिया को भी कड़ी फटकार लगाई गई है. बयान में लिखा गया है कि अनूप सुरेंद्रनाथ के मामले में कुछ मीडिया संस्थानों ने न सिर्फ गलत खबर चलाई बल्कि‍ खबरें अत्यधि‍क भ्रामक भी रहीं. ऐसे में सभी मीडिया संस्थान सही तथ्यों को लोगों के सामने रखें.

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क्या हुआ था पहले
गौरतलब है कि पहले खबर आई थी कि अनूप सुरेंद्रनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया गया है. इस्तीफे में सुरेंद्रनाथ ने निजी वजह बताई है, लेकिन उनके फेसबुक पेज पर उन्होंने याकूब की फांसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर असंतोष जताया था. इसी वजह से सुरेंद्रनाथ के इस्तीफे को इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है.

अनूप सुंदरनाथ ने 30 जुलाई को याकूब को फांसी देने के दो घंटे बाद इस्तीफा दिया था. सुंदर ने शनिवार को की अपनी फेसबुक पोस्ट में मौत की सजा को लेकर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने की बात कही.

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