स्टार प्लस के शो 'सच का सामना' को अब सरकारी नोटिस का सामना करना पड़ेगा. शो के सवालों पर संसद में सवाल उठे. राज्यसभा में उठी आवाज को लेकर सूचना-प्रसारण मंत्री ने अब स्टार प्लस को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
संसद में मचा बवाल
सच सामने आया हो या नहीं लेकिन इस रिएलिटी शो ने अपने प्रसारण के कुछ दिनों के बाद ही हंगामा बरपाना शुरू कर दिया है. इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सच का सामना का असर अब राजनीतिक गलियारों में भी दखल देता जा रहा है. खबर हैरान करने वाली और चौकाने वाली जरूर है, लेकिन रिएलिटी शो 'सच का सामना' को लेकर देश के सांसद भी सवाल उठा रहे हैं.
बेहद निजी होते हैं सवाल
सच का सामना के महज कुछ एपिसोड ही दर्शकों तक पहुंच पाएं हैं, लेकिन इसके बारे में चर्चा बेहद आम हो चली है. कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों के सामने सवाल निजी हैं, धारदार हैं, तीखे हैं, कुरेदने वाले हैं और शायद यही वजह है कि इस कार्यक्रम को लेकर कुछ सवाल, कुछ ऐतराज संसद तक में गूंज रहे हैं.
मोमेंट ऑफ ट्रुथ का हिंदी संस्करण है'सच का सामना'
माना जाता है कि 'सच का सामना' अमेरिकी रिएलिटी शो मोमेंट ऑफ ट्रुथ का हिंदी संस्करण है. अमेरिका में इस कार्यक्रम ने तो समाज में जमकर अपना असर दिखाया था. हां, ये अलग बात है कि असर विपरीत रहा या फिर अनुकूल लेकिन हिंदुस्तानी घरों के टेलीविजन के जरिए ये रिएलिटी शो अपना कितना असर छोड़ता है. सबकी नजरें शायद इसी नतीजे पर टिकी हैं.
विजेता को मिलेंगे एक करोड़ रुपये
शो के प्रतियोगियों को गुजरना पड़ रहा है इक्कीस सवालों के भंवर से जिनके सच्चाई भरे जवाब उनके बैंक बैलेंस में 1 करोड़ रुपए का इजाफा कर सकते हैं और इसमे कई बड़ी मशहूर हस्तियां भी शामिल हैं. अब सच्चाई का इनाम किसे कितना मिलेगा ये तो भविष्य की बात है लेकिन सच का सामना संसद में सवालों से घिर गया है.