विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए जाने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जवाब दिया है. मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा था, सवाल उठता है कि आखिरकार चीन ने यही वक्त क्यों चुना.
वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सिलसिलेवार ट्वीट कर राहुल गांधी को जवाब दिया. विदेश मंत्री ने कहा, 'राहुल गांधी ने विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं. उसके कुछ उत्तर यहां दिए जा रहे हैं.' एस. जयशंकर ने कहा, 'हमारे प्रमुख साझेदार मजबूत हैं. अमेरिका, रूस, यूरोप और जापान से मिलने और औपचारिक बैठकों का दौर चलता रहता है. भारत राजनीतिक रूप से अधिक समान शर्तों पर चीन से रिश्ता रखता है. विश्लेषकों से पूछ लीजिए.'
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विदेश मंत्री ने कहा, 'और पाकिस्तान (जिसे आपने छोड़ दिया) निश्चित रूप से बालाकोट और उरी के बीच अंतर को देख सकते हैं, और दूसरी ओर शर्म-अल-शेख, हवाना और 26/11 है.' खुद से पूछिए. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं जिनमें सलमा डैम, संसद निर्माण शामिल है. ट्रेनिंग और कनेक्टविटी पर काम तेज है. अफगान की सड़कों से पूछिए.
.@RahulGandhi hs questions on Foreign Policy. Here are some answers:
•Our major partn’ships are strongr & internat’l standng higher.Witness regular summits&informal meetngs wth #US #Russia #Europe & #Japan.India engages #China on more equal terms politically.
Ask the analysts. https://t.co/GPf17JWSac
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 17, 2020
एस जयशंकर ने कहा, 'भूटान को सुरक्षा और विकास के लिहाज से एक मजबूत साझेदार मिला है, और 2013 के उलट वो रसोई गैस की चिंता नहीं करते हैं.' उनके घरों से पूछिए. विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश के साथ बाउंड्री का मामला (2015) सुलझ गया. इससे विकास का रास्ता खुला है.