राजस्थान के भीम उपखंड में जमीन विवाद की जांच करने गए हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल गनी पर भीड़ ने हमला कर दिया. शनिवार शाम हुए इस हमले में अब्दुल गनी की मौत हो गई. हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल गनी को हमले के बाद लोगों ने घायल हालत में एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
Rajsamand: Head Constable Gani Mohammad who was allegedly attacked when he went to investigate a land dispute in Bhim today, has died during treatment at the hospital. Investigation underway. #Rajasthan pic.twitter.com/uYTPjrHnYx
— ANI (@ANI) July 13, 2019
इस घटना की सूचना मिलने पर डीएसपी राजेंद्र सिंह, चौकी इंचार्ज लाभूराम विश्नोई मौके पर पहुंचे. पुलिस हमलावरों का पता लगाने में जुटी है. मृतक हेड कॉन्स्टेबल कुंवारिया (राजसमंद) का रहने वाले थे. राजस्थान में मॉब लिंचिंग की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कथित गोरक्षा द्वारा मॉब लिंचिंग की वारदात को अंजाम देने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
राजस्थान में पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल गनी की मॉब लिंचिंग का मामला उस समय सामने आया है, जब सूबे की कांग्रेस सरकार ने पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले की फिर से जांच कराने का फैसला लिया है. पहलू खान मामले में राजस्थान सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके भी यह कहा कि इस मामले की एक बार फिर से जांच होनी चाहिए.
दरअसल, इस मामले में दायर चार्जशीट में राजस्थान पुलिस ने पहलू खान को गोतस्करी का आरोपी बनाया था. पुलिस ने पहलू खान को राजस्थान बोवाइन एनिमल (प्रोहिबिशन ऑफ स्लॉटर एंड रेगुलेशन ऑफ टेम्परेरी माइग्रेशन एक्सपोर्ट) एक्ट-1995 की धारा 5, 8 और 9 के तहत आरोपी बनाया था.
आपको बता दें कि राजस्थान के अलवर में अप्रैल 2017 में 55 साल के पहलू खान की कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वो राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे.