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राजनाथ से मिले उमर, दूसरे राज्यों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा पर जताई चिंता

गृहमंत्री ने एनएसए और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शनिवार को हाई लेवल मीटिंग की. यह मीटिंग राजनाथ सिंह के घर ही पर हुई, जिसमें एनएसए, खुफिया विभाग के डायरेक्टर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह मंत्री को इंडो-पाक सीमा के हालात की जानकारी दी.

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उमर अब्दुल्ला (तस्वीर- GETTY)
उमर अब्दुल्ला (तस्वीर- GETTY)

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त किया. उन्होंने जम्मू कश्मीर के अलावा अन्य राज्यों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर गृहमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे, हालांकि वो थोड़े ही देर में वहां से निकल गए और उसके बाद उमर ने राजनाथ सिंह से बातचीत की.

उमर ने कहा, 'मैं आभारी हूं कि राजनाथ सिंह ने आग्रह के तुरंत बाद बातचीत के लिए समय दिया, उनके साथ सकारात्मक बातचीत हुई.' उमर ने कहा, 'मैंने कश्मीरी छात्रों और दूसरों को धमकी देने और परेशान किए जाने को लेकर मिली रिपोर्टों के बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को बताया और उनसे अनुरोध किया कि वे गृह मंत्रालय में एक मॉडल अधिकारी नियुक्त करें जिसकी मदद से राज्यों को इस बाबत निर्देश पत्र जारी किया जा सके.'

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उन्होंने कहा कि गृहमंत्री से मुलाकात में उन्होंने जम्मू में शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का भी अनुरोध किया. इससे पहले सर्वदलीय बैठक में उमर के पिता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने निर्दोष कश्मीरियों को परेशान न करने की अपील की थी. फारुक ने कहा था कि आतंकवाद की लड़ाई में साथ हैं लेकिन निर्दोष कश्मीरियों को तंग न किया जाए.

राजनाथ ने कश्मीर की सुरक्षा को लेकर बैठक की

इधर, उमर और राजनाथ की इस मुलाकात से ठीक पहले गृहमंत्री ने एनएसए और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. यह बैठक भी राजनाथ सिंह के घर ही पर हुई, जिसमें अधिकारियों ने उन्हें इंडो-पाक सीमा के हालात की जानकारी दी.

इस बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की. यह बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि पूरा देश सरकार और सेना की ओर टकटकी लगाए देख रहा है कि पुलवामा के शहीदों का बदला कब और कैसे लिया जाए. दो दिन पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार द्वारा किए गए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए और 5 घायल हो गए.

इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कई अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'बैठक के दौरान शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने गृहमंत्री को भारत-पाकिस्तान सीमा सहित देश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी. इस बैठक में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा जम्मू-कश्मीर तथा देश के अन्य हिस्सों में शांतिभंग करने के किसी भी इरादे को नाकाम करने के लिए किए गए सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की गई.'

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वहीं, एक अन्य अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने सेना के अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के खात्मे के लिए हर संभव उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. एनएसए अजीत डोभाल के अलावा गृह सचिव राजीब गाबा और खुफिया विभाग के डायरेक्टर राजीव जैन भी इस बैठक में शामिल रहे.

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