कांग्रेस ने संसद में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की. थलसेना उपाध्यक्ष और भावी सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग पर उनकी टिप्पणियों के हवाले से कांग्रेस ने बुधवार को यह मांग की.
रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने हालांकि कहा कि देश में परंपरा रही है कि कुछ मुद्दे दलगत राजनीति से अलग रखे जाते हैं. उन्होंने कहा कि परिपक्वता का परिचय देते हुए सैन्य बलों से जुड़े मुद्दों को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए. ऐसा मुद्दा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से नहीं उठाया जाना चाहिए.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता अमरिंदर सिंह और राज्यसभा में इसी पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने वीके सिंह के सुहाग पर किए गए ट्वीट को बेहद आपत्तिजनक बताया और उन्हें तुरंत मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की.
अमरिंदर ने कहा, 'वीके सिंह ने आज सुबह ट्वीट के जरिए जनरल सुहाग के खिलाफ की गई टिप्पणी बेहद आपत्जिनक है. देश के अगले सेना प्रमुख को अपराधी और उनकी कमान में काम करने वाले बलों को डकैत कहना कतई स्वीकार्य नहीं हैं.'
If unit kills innocents,does dacoity and then head of organization tries to protect them, should he not be blamed?Criminals should go free!!
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) Jun e 10, 2014
कांग्रेस नेता ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि सरकार वी के सिंह की टिप्पणियों का संज्ञान ले रही होगी और उन्हें तुरंत मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किया जाना चाहिए. देश की 13 लाख की मजबूत सेना को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ा और अत्यंत अनुशासित बल बताते हुए अमरिन्दर सिंह ने कहा कि लोगों की सेना प्रमुख के पद पर नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर की जाती है.