डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने बोरवेल में गिरे बच्चे सुजीत विल्सन को लेकर चलाए गए बचाव अभियान पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि तमिलनाडु सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन को सही ढंग से अंजाम नहीं दिया है.
स्टालिन ने कहा कि मंत्रियों ने मीडिया इंटरव्यू को ज्यादा तरजीह दी लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन पर नहीं. यह बातें स्टालिन ने बच्चे के गांव मनाप्पराई में श्रद्धांजलि सभा के दौरान कही. स्टालिन ने दावा किया कि अगर 36 फीट पर ही बच्चे को बचाने की कोशिश की गई होती तो अब तक वह जिंदा बचता.
डीएमके प्रमुख ने कहा कि मैंने सिर्फ इसलिए घटनास्थल का रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दौरा नहीं किया क्योंकि इससे रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित हो सकता है. सेना को क्यों नहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया.
बता दें कि तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे की मौत की जानकारी अधिकारियों ने दी. वहीं, बच्चे की लाश को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है. बच्चे की लाश निकालने के बाद उसे मनाप्पराई सरकारी अस्पताल ले जाया गया, वहीं उसका अंतिम संस्कार किया गया.