अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी और 1993 मुंबई ब्लास्ट के आरोपी फारुक टकला को दुबई से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया है. टकला को 14 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया गया है. जांच एजेंसी उससे पूछताछ कर उसके खिलाफ सबूत इकट्ठा करेगी. बता दें कि सीबीआई ने फारूक टकला को गुरुवार सुबह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था.
इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत में पासपोर्ट जारी करने और रिन्यू करने के तरीके हैं. हम उसका पासपोर्ट जारी करने और रिन्यू करने के तरीके का पता लगा रहे हैं. यह स्पष्ट है कि वह भगोड़ा और भारत के लिए मोस्ट वांटेड की लिस्ट में था. हम दुबई सरकार के संपर्क में थे और उन्होंने उसे निर्वासित कर दिया है. बता दें कि 1993 ब्लास्ट के बाद 1995 में फारुक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के लिए मुंबई में आयोजित डिनर पार्टी में शामिल होने के विवाद पर रवीश कुमार ने कहा कि जसपाल अटवाल वैध वीजा पर भारत आया था. यह उसकी तीसरी यात्रा थी. कुमार ने कहा कि भारतीय प्रवासियों के लिए भारत सरकार की एक जागरुक नीति है और इसके तहत गुमराह तत्व भी शामिल हैं. अटवाल पर भारत विरोधी भावनाएं होने का आरोप लगा था, जिसका उसने त्याग कर दिया है.
तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के निर्वासन की 60वीं जयंती के समारोह को दिल्ली से धर्मशाला शिफ्ट करने की बात पर रवीश कुमार ने कहा कि दलाई लामा एक धार्मिक नेता हैं और उन्हें भारत में पूजा जाता है. उनके कार्यक्रम में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है. वह यहां अपने धार्मिक कार्यों को संचालित करने के लिए स्वतंत्र हैं.
वहीं, कोरियाई प्रायद्वीप को लेकर चल रहे विवाद पर रवीश कुमार ने कहा कि मतभेदों को दूर करते हुए चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को विकसित करने के लिए हम इच्छुक हैं और इस दिशा में हम काम कर रहे हैं. रवीश ने कहा कि कोरिया प्रायद्वीप में बातचीत और कूटनीति के जरिए शांति और स्थिरता कायम करने के सभी प्रयासों का भारत समर्थन करता है.
रवीश कुमार ने कहा कि न सिर्फ भारत, बल्कि पूरा विश्व ही महसूस करता है कि हाफिज सईद के खिलाफ जो कार्रवाई होनी चाहिए थी, वह नहीं हुई है.
श्रीदेवी मामले में रवीश कुमार ने कहा कि जहां तक मुझे पता है, यूएई सरकार की तरफ से पेपरवर्क पूरा करके हमें सौंप दिया गया था. इसी के आधार पर श्रीदेवी का शव भारत लाया गया. अगर कुछ संदिग्ध होता, तो वह सामने आ जाता.