तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने अपने नेता और पूर्व स्पीकर कोडेला शिव प्रसाद राव का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने से मना कर दिया है. कोडेला का शव आज गुंटूर के केंद्रीय पार्टी कार्यालय में रखा गया था. जहां हजारों समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. अभी उनका पार्थिव शरीर नरसरावपेट ले जाया जा रहा है. यही उनका अंतिम संस्कार होगा.
बता दें कि टीडीपी ने आरोप लगाया है कि वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण पूर्व स्पीकर ने यह कदम उठाया है. टीडीपी ने कहा कि 72 साल के पूर्व स्पीकर जगनमोहन सरकार की कारगुजारियों से इतने तंग हुए कि उन्होंने खुदकुशी कर ली. पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इस केस की सीबीआई जांच की मांग की है. इसी वजह से टीडीपी राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार का विरोध कर रही है. टीडीपी का कहना है कि जबतक पूर्व स्पीकर के शिव प्रसाद के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप धुल नहीं जाते हैं तबतक राजकीय सम्मान का कोई मतलब नहीं है.
बता दें कि सोमवार को पूर्व स्पीकर ने सुबह लगभग 11 बजे बंजारा हिल्स स्थित अपने आवास में सीलिंग फैन से एक कपड़ा बांध कर फांसी लगा ली थी. प्रारंभिक ऑटोप्सी रपट में इस बात की पुष्टि हुई है कि तेलुगू देशम पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्पीकर के शिव प्रसाद ने फांसी लगा कर आत्महत्या की है.
टीडीपी नेताओं ने इसे सरकार द्वारा की गई हत्या करार दिया है. उन्होंने कहा कि राव झूठे मामलों के कारण अत्यधिक मानसिक तनाव में थे.
टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि राव ने यह आत्मघाती कदम इसलिए उठाया, क्योंकि वह मानसिक प्रताड़ना बर्दास्त कर पाने में अक्षम थे. नायडू ने गुंटूर में संवाददाताओं से कहा, "मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि कोडेला शिवप्रसाद राव, जो कि खुद एक चिकित्सक थे, इस तरीके से अपनी जिंदगी समाप्त कर देंगे."