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गलवान नदी के साथ तैनाती के लिए वॉटर प्रूफ कपड़े पहन रहे हैं चीनी सैनिक

गलवान घाटी में तैनाती के लिए चीनी सैनिकों को विशेष कपड़े दिए गए हैं. चीनी सैनिकों ने इस दौरान वॉटर प्रूफ कपड़े पहने हुए हैं और ऐसे ही कपड़ों की जरूरत भारतीय सैनिकों के लिए भी है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • वॉटर प्रूफ कपड़ों की जरूरत भारतीय सैनिकों के लिए भी
  • चीनी सैनिकों ने पहले से ही वॉटर प्रूफ कपड़े पहने हुए हैं

गलवान घाटी को लेकर सीमा विवाद भारत-चीन के बीच अभी थमा नहीं है. चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बाद 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इसके बाद से देश में लगातार चीन का विरोध हो रहा है. गलवान घाटी में तैनाती के लिए चीनी सैनिकों के विशेष कपड़े दिए गए हैं. चीनी सैनिकों ने इस दौरान वॉटर प्रूफ कपड़े पहने हुए हैं और ऐसे ही कपड़ों की जरूरत भारतीय सैनिकों के लिए भी है.

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'पिछले कुछ दिनों से गलवान नदी में पानी का स्तर बढ़ गया है और आगे हमें नदी के साथ तैनात रहने के लिए कुछ वॉटर प्रूफ कपड़ों की आवश्यकता होगी. चीनी सैनिकों ने पहले से ही इस प्रकार के वॉटर प्रूफ कपड़े पहने हुए हैं. इन कपड़ों से वह पानी में गीले होने और ठंड से बिना डरे उतर जाते हैं.'

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सूत्रों ने बताया, 'चीनी सैनिकों की टुकड़ियों को नदी के साथ भारी संख्या में तैनात किया गया है. इसके साथ चीनी सैनिक पेट्रोलिंग पॉइंट 14 पर भी तैनात हैं. यहीं वह 4-5 मई को भारी संख्या में आए थे. अब इसके लिए चीनी सैनिकों ने विशेष कपड़े पहने हुए थे. चीनी सेना इसी प्रकार के विशेष कपड़ों के चलते हाइपोथर्मिया हताहतों से बच सकती थी. इसके अलावा चीनी सेना भारी डोजर्स और ट्रक का भी इस्तेमाल कर रही है.'

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चीनी ऐप भारत में बैन

भारत सरकार ने चीन पर आर्थिक चोट करते हुए 59 चीनी ऐप को बैन कर दिया है. बैन होने वाली ऐप में टिक टॉक जैसी लोकप्रिय ऐप भी है. अब टिक टॉक गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से भी हट गया है. इस मसले पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि चीनी सरकार हमेशा चीनी व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय कानूनों-विनियमों का पालन करने के लिए कहती है. भारत सरकार के पास चीनी निवेशकों सहित अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के कानूनी अधिकारों को बनाए रखने की जिम्मेदारी है.'

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