अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में फिर विवाद सामने आया है. इस बार मामला एक विवादित पोस्टर का है जिस पर एक नक्शा छपा है. नक्शे में जम्मू- कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया है.
विवाद बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सफाई पेश की है. उसका कहना है कि पोस्टर एक ड्रामा सोसायटी का है जिसने भारत बंटवारे पर आधारित एक ड्रामे के लिए छपवाया था. एएमयू के पीआरओ शफी किदवई ने पत्रकारों से कहा, 'भारत विभाजन पर आधारित एक ड्रामा के लिए पोस्टर छपा था. प्रभारी शिक्षक को जैसे ही इसकी सूचना मिली, इसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की गई. हमने पोस्टर हटवा दिए और ड्रामा कैंसिल कर दिया.'
The poster was made by the drama society for an anti-partition drama. As soon as the teacher in-charge got the information, the university took action. We pulled down the posters and postponed the drama: AMU PRO Shafey Kidwai on Posters showing India without J&K at AMU pic.twitter.com/KtB2QUjVxQ
— ANI UP (@ANINewsUP) November 19, 2018
यूनिवर्सिटी का कहना है कि पोस्टर का राजनीति से कोई लेना- देना नहीं है लेकिन यूनिवर्सिटी के गेट पर भी पोस्टर दिखने से विवाद और बढ़ता चला गया. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान के कुछ हिस्से भारत में दिखाए गए और जम्मू- कश्मीर को गलत ढंग से पेश किया गया.
टाइम्स नॉउ ने अपनी रिपोर्ट में एएमयू के पीआरओ का हवाला देते हुए बताया है कि ड्रामा असगर वजाहत की पुस्तक ‘जिन लाहौर नहीं वेख्या ओ जनम्याई नई’ पर आधारित था जिसका मंचन यूनिवर्सिटी में किया जाना था. यह पुस्तक भारत-पाकिस्तान विभाजन पर आधारित है जिसमें सांप्रदायिकता के खिलाफ कड़ी आवाज उठाई गई है.