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सुशांत केस में क्या होगी सीबीआई जांच की दिशा, सुनें 'आज का दिन'

सुशांत सिंह राजपूत का केस अब सीबीआई के पास है. मुंबई में आजतक रेडियो के रिपोर्टर हैं मुनीष पांडे. उन्होंने बताया कि सीबीआई की जांच की दिशा क्या होनेवाली है.

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एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (फाइल फोटो-PTI)
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (फाइल फोटो-PTI)

सुशांत सिंह राजपूत का केस अब सीबीआई के पास है. एसआईटी यानि स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम जांच शुरू कर चुकी है. उसके ऊपर मामला सुलझाने का दबाव बहुत है. लोग जानना चाहते हैं कि सुशांत ने अगर खुद को ख़त्म किया तो इसकी असल वजह और असल दोषी कौन था. सबसे ज़्यादा निगाहें सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती पर होंगी. तमाम आरोप लगने के बाद वो सुप्रीम कोर्ट तक जा चुकी हैं, अब देखने की बात ये होगी कि क्या उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है? मुंबई में आजतक रेडियो के रिपोर्टर हैं मुनीष पांडे. उन्होंने बताया कि सीबीआई की जांच की दिशा क्या होनेवाली है.

चाहे हमने कोरोना के साथ रहना सीख लिया हो लेकिन वैक्सीन का इंतज़ार अब भी है. एक बार वैक्सीन आ जाए तो लोग ज़रा कॉन्फिडेंस के साथ इस बीमारी से लड़ सकेंगे. हो सकता है आपको लग रहा हो कि कितना टाइम हो गया है और वैक्सीन आ ही नहीं रही तो आपको ये जानना ज़रूरी है कि अगर वैक्सीन आती है तो ये इतिहास में पहली बार होगा जब किसी बीमारी का टीका इतनी जल्दी विकसित किया गया हो.

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खैर मान लीजिए इंजेक्शन बन गया तो जो असल सवाल है वो ये है कि बाज़ार में आने के बाद वो आम आदमी तक कैसे पहुंचेगा और उसके भी पहले ये कि इतनी रेस के बावजूद एक क्रेडिबल इंजेक्शन के आने में वक्त कितना लगेगा? वैक्सीन आने की ख़बरों पर नज़र रखनेवाले इंडिया टुडे डॉट कॉम के असिस्टेंट एडिटर प्रभाष दत्ता ने इस पर विस्तार से बात की.

देश का सबसे बड़ा और भरोसेमंद अस्पताल है अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान.. एम्स. ख़ास लोग हों या फिर देश भर के आम लोग, एम्स सबको उम्मीदें देता है लेकिन पिछले दो महीनों में यहां से छह खुदकुशी की ख़बरें आई हैं. छात्रों के अलावा तीन डॉक्टर्स ने अपनी जान ले ली. एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने सुसाइड के इन मामलों पर चिंता तो जताई ही है, साथ में डॉक्टर्स और स्टूडेंट्स को तनावग्रस्त साथियों की मदद करने को कहा. हम लोग अक्सर डॉक्टर्स के पास अपने इलाज के लिए जाते हैं लेकिन डॉक्टर्स और वो भी ख़ास तौर पर पढ़ाई कर रहे छात्रों या फिर जूनियर डॉक्टर्स किस हालात में काम करते हैं या फिर ऐसे हालात का उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर कैसा असर होता है इसकी बात नहीं करते. डॉ प्रवीण त्रिपाठी मशहूर साइकेट्रिस्ट हैं. उन्होंने इस मसले पर गहराई से बात रखी.

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इसके अलावा जानिए कि 21 अगस्त का दिन इतिहास में क्यों महत्वपूर्ण है.. क्या घटनाएं घटी थीं इस दिन. अख़बारों का हाल भी सुनाएंगे और ये सब महज़ आधे घंटे के भीतर. ‘आज का दिन’ सुनकर खुद को अपडेट कीजिए और सुबह की शानदार शुरूआत कीजिए. पेश कर रहे हैं नितिन ठाकुर. बस, नीचे दिया लिंक क्लिक कीजिए और सुनिए ‘आज का दिन’.

आज का दिन सुनने के लिए यहां क्लिक करें

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