अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक डोमनिक स्ट्रास कान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है और वह फिलहाल न्यूयार्क की जेल में बंद हैं.
कान के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर विकसित एवं विकासशील देशों के बीच बहस छिड़ गयी है.
स्ट्रास कान ने वाशिंगटन स्थित आईएमएफ बोर्ड को भेजे पत्र में कहा है, ‘यह बेहद दुखद है कि मुझे आईएमएफ के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा है.’ आईएमएफ के बयान में कहा गया है, ‘डोमनिक स्ट्रास कान ने कार्यकारी बोर्ड को तत्काल प्रभाव से प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा देने की मंशा के बारे में सूचित किया.’
62 वर्षीय स्ट्रास कान इस समय न्यूयार्क की जेल में बंद हैं. उन्हें शनिवार को उस समय गिरफ्तार किया गया जब पेरिस जाने के लिये विमान में सवार थे. उन पर मैनहट्टन के होटल में वहां की महिलाकर्मी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. हालांकि कान ने पत्र में स्वयं को निर्दोष बताया है.
कान ने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मुझ पर जो भी आरोप लगे हैं, वे गलत हैं.’ आईएमएफ ने कहा कि उप निदेशक (प्रथम) जान लिप्सकी एजेंसी के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक बने रहेंगे.
इस बीच, स्ट्रास कान के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर विकसित और विकासशील देशों के बीच बहस छिड़ गयी है.
परंपरागत रूप से विश्व बैंक के प्रमुख का पद अमेरिका के पास तथा आईएमएफ प्रमुख किसी यूरोपीय देश का होता है.
बहरहाल, उभरते बाजार वाले देशों ने इस बात पर जोर दिया है कि उत्तराधिकारी का चयन प्रतिभा के आधार पर होना चाहिए न कि भूगोल के आधार पर. ऐसा माना जा रहा है कि योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया आईएमएफ के प्रमुख पद के प्रबल दावेदार हैं. उनके अलावा तुर्की के केमाल देवरिस, फ्रांस की क्रिस्टीन लेगार्ड, दक्षिण अफ्रीका के त्रेवोर मैनुएल तथा ब्रिटेन के गार्डन ब्राउन को भी इस पद के लिये प्रमुख दावेदार माना जा रहा है.