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कभी पंचर जोड़ते थे ये सांसद, आज पीएम मोदी को दिलाई शपथ

सत्रहवीं लोकसभा का सत्र सोमवार 17 जून से शुरू हो गया. सत्र के पहले दिन नए चुने गए सांसदों को शपथ दिलाई गई. सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टीकमगढ़ से सांसद चुने गए डॉक्टर वीरेंद्र खटीक को प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलवाई और इसके बाद लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर डॉक्टर वीरेंद्र खटीक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सांसद पद की शपथ दिलवाई.

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लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर वीरेंद खटीक (फोटो-एएनआई)
लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर वीरेंद खटीक (फोटो-एएनआई)

सत्रहवीं लोकसभा का सत्र सोमवार 17 जून से शुरू हो गया. सत्र के पहले दिन नए चुने गए सांसदों को शपथ दिलाई गई. सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टीकमगढ़ से सांसद चुने गए डॉक्टर वीरेंद्र खटीक को प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलवाई.

इसके बाद लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर डॉक्टर वीरेंद्र खटीक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सांसद पद की शपथ दिलवाई. हम आपको बताएंगे कि पीएम मोदी को शपथ दिलाने वाले सांसद डॉक्टर वीरेंद्र खटीक आखिर हैं कौन?

virendra-khatik-2_061719055729.jpgराष्ट्रपति ने वीरेंद्र खटीक को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई (फोटो-रवीश)

वीरेंद्र खटीक पहले जोड़ते थे पंचर

डॉक्टर वीरेंद्र खटीक के पिताजी की मध्य प्रदेश के सागर में साइकिल रिपेयरिंग की दुकान थी. वीरेंद्र खटीक के मुताबिक इस दौरान उन्होंने पंचर बनाने से लेकर साइकिल रिपेयर करना तक सीख लिया. हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान जब दिव्यांगों को दी जाने वाले ट्राई-साइकिलों में हवा कम दिखी तो खुद सांसद वीरेंद्र खटीक पंप से पहियों में हवा भरने लगे थे. उनकी ये सादगी उस उक्त भी लोगों ने कैमरे में कैद की थी.

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सादगी की वजह से रहते हैं चर्चा में

डॉक्टर वीरेंद्र खटीक अपनी सादगी की वजह से भी जाने जाते हैं. डॉक्टर वीरेंद्र खटीक सबसे पहले साल 1996 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे. तब से लेकर अब तक वीरेंद्र खटीक सात बार लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन चुके हैं और यही वजह है कि उनके लम्बे चौड़े संसदीय अनुभव को देखते हुए उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है.

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