भारतीय जनता पार्टी ने चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में तीनों सीटों पर जीत दर्ज की है. भाजपा ने यहां महापौर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के लिए मंगलवार को हुए मतदान में तीनों पदों पर जीत हासिल की है.
27 सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में देवेश मोदगिल ने महापौर के पद पर जीत दर्ज की है, जबकि गुरप्रीत सिंह ढिल्लों ने वरिष्ठ उप महापौर और विनोद अग्रवाल ने उप महापौर के पद पर जीत हासिल की है. निर्वाचन कार्यालय के प्रवक्ता ने वोटों की गिनती के बाद इस बात की जानकारी दी.
देवेश मोदगिल चंडीगढ़ नगर निगम के 22वें महापौर होंगे. मोदगिल को 22 मत मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बाबला महज 5 मत ही प्राप्त कर सके.
वहीं भाजपा के गुरप्रीत सिंह ढिल्लों को कांग्रेस प्रत्याशी शीला फूल सिंह के छह मतों के मुकाबले 21 मत मिले. अग्रवाल को कांग्रेस प्रत्याशी रविंदर कौर के चार मतों के मुकाबले 22 मत मिले जबकि एक मत अमान्य घोषित कर दिया गया.
चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा के 20, कांग्रेस के चार, शिरोमणि अकाली दल के एक उम्मीदवार हैं जबकि एक निर्दलीय और एक वोट भाजपा की मौजूदा सांसद किरण खेर का है.
इस चुनाव में 9 मनोनीत पार्षद इस साल वोट नहीं कर पाए क्योंकि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने अगस्त 2017 को उनके वोट देने के अधिकार पर रोक लगा दी थी. चुनावी दौड़ में अच्छा-खासा बहुमत होने के बावजूद भाजपा को पार्टी के भीतर मतभेदों का सामना करना पड़ा जिसे सुलझा लिया गया.
भाजपा की बागी और निवर्तमान महापौर आशा कुमारी जायसवाल और रवि कांत शर्मा ने पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दायर किया था लेकिन कल उन्होंने अपने नाम वापस ले लिए. मोदगिल को पूर्व भाजपा सांसद सत्य पाल जैन का करीबी माना जाता है.