फिल्म 'चक्रव्यूह' के प्रमोशन के लिए फिल्म निर्देशक प्रकाश झा अपनी पूरी टीम के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी पहुंचे. कॉलेज के छात्रों के बीच फिल्म का प्रमोशन किया गया. फिल्म 24 अक्टूबर को रिलीज होगी.
अपनी फिल्म के जरिये किसी न किसी सामाजिक मुद्दे को उठाने वाले फिल्मकार प्रकाश झा ने अपनी आगामी फिल्म 'चक्रव्यूह' में नक्सलवाद का मुद्दा उठाया है.
'चक्रव्यूह' की कहानी छ: किरदारों आदिल खान (अर्जुन रामपाल), कबीर (अभय देओल), रेहा मेनन (ईशा गुप्ता), रंजन (मनोज बाजपेयी), जूही (अंजलि पाटिल) और गोविंद सूर्यवंशी (ओमपुरी) के इर्दगिर्द घूमती है.
आदिल एक पुलिस ऑफिसर है और जो भी कानून तोड़ता है वो उसका दुश्मन है. उसकी पत्नी रेहा इंटेलिजेंस ऑफिसर है. रंजन एक क्रांतिकारी है, गोविंद लंदन में पढ़ा है, लेकिन बजाय किसी कॉरेपोरेट का लीडर होने के वह एक आंदोलन का लीडर बना है. कबीर एक विद्रोही है और आदिल के लिए कुछ भी कर सकता है. गरीबी में पैदा हुई जूही के पास बंदूक उठाने के सिवाय कोई चारा नहीं था. ये सब ऐसे चक्रव्यूह में हैं जिसमें उनकी वफादारी, सच, प्यार और विश्वास की परीक्षा कदम-कदम पर होती है.
फिल्म में मनोज बाजपेयी एक नक्सली बनें हैं.
फिल्म का 'महंगाई' गाना 'बिरला हो या टाटा, अंबानी हो या बाटा, अपने-अपने चक्कर में देश को है काटा'...इस गाने के बोल के कारण भारत की प्रमुख जूता कंपनी बाटा ने आपत्ति जताई थी और इसके खिलाफ याचिका दायर की थी.
इस गाने को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दिखा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस गाने दिखाने के लिए शर्त लागू कर दी है. इस गाने के साथ डिस्क्लेमर भी दिखाना होगा.
प्रकाश झा की फिल्म 'चक्रव्यूह' में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रही ईशा गुप्ता को शूटिंग के वक्त डर लगा था, क्योंकि शूटिंग नक्सलियों के गढ़ के बिल्कुल करीब हो रही थी.
फिल्म में आईपीएस अधिकारी की भूमिका निभाने को लेकर चिंतित थीं ईशा.
फिल्म 'चक्रव्यूह' में आईपीएस अधिकारी आदिल खान की भूमिका निभाएंगे अभिनेता अर्जुन रामपाल.
फिल्म में खूब एक्शन दृश्य हैं. इसमें आठ और नौ ऐसे बड़े दृश्य हैं जिसमें गोलियां चलाई गईं हैं.
पूरी टीम को उम्मीद है कि दर्शक विषय की गंभीरता को समझेंगे और फिल्म को पसंद करेंगे.
चक्रव्यूह बॉलीवुड की पहली ऐसी कमर्शियल फिल्म है जिसे 15 साल बाद लंदन फिल्म फेस्टिवल में आमंत्रित किया गया.
फिल्म चक्रव्यूह को लंदन फिल्म फेस्टिवल में भी जमकर तारीफ मिली थी.
फिल्म राजनीति के बाद अभिनेता मनोज बाजपेयी और अर्जुन रामपाल फिर से एक बार फिल्म चक्रव्यूह में साथ आ रहे हैं.
प्रकाश झा, अर्जुन रामपाल और मनोज बाजपेयी तीनों ही दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ें हैं.
प्रकाश झा, मनोज बाजपेयी और अर्जुन ने फिल्म के प्रमोशन के दौरान अपने कॉलेज के दिनों के अनुभव को छात्रों के साथ बांटा.
प्रकाश झा को कार्यक्रम के दौरान अपने कॉलेज के दिन याद आ गए और उन्होंने अपने उन दिनों को छात्रों के साथ बांटा.
फिल्म प्रमोशन के दौरान अभिनेता अभय देओल.
बीच में खबर थी कि अभय फिल्म में अपने किरदार को लेकर नाखुश हैं. लेकिन अभय ने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया.
प्रमोशन के दौरान अभय देओल ने भी खूब मस्ती की.
रेडियो में श्रोताओं से बातचीत करते प्रकाश झा.
प्रकाश झा और टीम ने रेडियो में भी अपनी फिल्म का प्रचार किया.
कैंपस में पहुंचते ही छात्र-छात्राओं ने इन सितारों की तस्वीरें लेनी शुरू कर दी थी.
कैंपस में छात्रों ने 'चक्रव्यूह' की टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया.
पूरा कैंपस फिल्म प्रमोशन के मौके पर झूम उठा.
छात्र-छात्राएं भी अपने पसंदीदा कलाकारों को अपने बीच पाकर बेहद खुश हुए.
फिल्मी गानों पर थिरकते 'चक्रव्यूह' की पूरी टीम.
प्रमोशन के दौरान बड़ी संख्या में छात्र कैंपस में आए और 'चक्रव्यूह' की टीम के साथ मौज-मस्ती की.
अभय, ईशा, अर्जुन ने छात्रों के साथ डांस भी किया.
कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी पूरी टीम को एक साथ देखकर बहुत उत्साहित हुए.
प्रमोशन के दौरान पूरी टीम ने छात्र-छात्राओं के बीच खूब मस्ती की.
प्रमोशन के दौरान छात्र-छात्राओं से मुखातिब होते फिल्म के सितारे.
फिल्म भारत में जन्मी नक्सली समस्या के ऊपर केंद्रित है.
कॉलेज की यादों को ताजा करते हुए फिल्म निर्देशक प्रकाश झा ने छात्रों को बताया कि डीयू आने पर आज भी वह दिन याद आते हैं, जब रामजस कॉलेज में पढ़ाई और हिंदू कॉलेज की कैंटीन में मस्ती की पाठशाला लगा करती थी.