आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक महिला ने अपनी सास को कुर्सी से बांधकर, आंखों पर पट्टी बांध दी. इसके बाद पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. इस दहला देने वाली वारदात में 63 साल की महिला की मौके पर ही मौत हो गई.
एजेंसी के अनुसार, आरोपी महिला का नाम 30 वर्षीय ललिता देवी है, जबकि मृतका की पहचान 63 साल की जयंती कनकमहालक्ष्मी के रूप में हुई है. ललिता देवी ने अपनी 8 साल की बेटी के साथ डोंगा पुलिस (पुलिस-चोर) नाम के खेल खेलने के बहाने अपनी सास को इसमें शामिल किया. इस दौरान उसने अपनी सास को कुर्सी पर बैठा दिया और कहा कि खेल के दौरान उन्हें कुर्सी से बांधकर आंखों पर पट्टी बांधी जाएगी. जयंती ने इसे सच में खेल समझ लिया.
जैसे ही वह कुर्सी पर बंध गईं, ललिता ने अचानक पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी. कुछ ही सेकंड में बुजुर्ग महिला की चीखें पूरे घर में गूंज उठीं. भयावह दृश्य देख ललिता की बेटी अपनी दादी के पास भागी, लेकिन वह भी जलती आग की चपेट में आ गई और गंभीर रूप से झुलस गई.
घटना के बाद ललिता देवी ने अपने पति, जो एक पुजारी हैं, उन्हें फोन कर बताया कि उसकी मां टीवी में शॉर्ट सर्किट होने के कारण जल गई हैं. पति तुरंत घर पहुंचा, लेकिन वहां का मंजर देखकर हैरान रह गया. इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई.
विशाखापट्टनम पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. प्रारंभिक जांच में पता चला कि ललिता देवी और उसके पति के बीच पिछले कुछ समय से परिवारिक कलह और गलतफहमियां चल रही थीं, जिसमें सास का इनवॉल्वमेंट ललिता को पसंद नहीं था. इसी वजह से उसने यह बर्बर कदम उठाया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि ललिता देवी ने अपनी सास कनकमहालक्ष्मी को पेट्रोल डालकर आग लगा दी. पूछताछ में उसने जुर्म कबूल किया कि सास उसके और पति के बीच चल रहे झगड़ों में दखल देती थी.
बेटी अस्पताल में भर्ती, आरोपी गिरफ्तार
इस घटना में ललिता की 8 साल की बेटी भी झुलस गई है. उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत स्थिर है, उसे मानसिक सदमा भी पहुंचा है. वहीं, पुलिस ने आरोपी ललिता देवी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. घटना के बाद इलाके में दहशत और आक्रोश फैल गया है. किसी को अंदाजा नहीं था कि ललिता इतना क्रूर कदम उठा लेगी.