पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 31वीं पुण्यतिथि (Rajiv Gandhi 31st death anniversary) मनाई जा रही है. दिल्ली में राजीव गांधी के समाधि स्थल वीर भूमि पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने सुबह श्रद्धांजलि दी. जबकि राहुल गांधी इस समय लंदन में हैं. उन्होंने शनिवार सुबह ट्वीट कर पिता को याद किया. इसके साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया है.
राहुल गांधी ने लिखा कि उनके पिता दूरदर्शी नेता थे जिनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में मदद की. राहुल ने कहा- वो (स्व. राजीव गांधी) एक दयालु और उदार शख्सियत थे. वो मेरे और प्रियंका दोनों के लिए एक अद्भुत पिता थे, जिन्होंने हमें क्षमा और सहानुभूति का मूल्य सिखाया. मुझे उनकी बहुत याद आती है... हम दोनों ने साथ में जो समय बिताया है, उसे याद करता हूं.' इस वीडियो को प्रियंका गांधी ने भी रिट्वीट किया है.
My father was a visionary leader whose policies helped shape modern India.
He was a compassionate & kind man, and a wonderful father to me and Priyanka, who taught us the value of forgiveness and empathy.
I dearly miss him and fondly remember the time we spent together. pic.twitter.com/jjiLl8BpMs— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 21, 2022
राहुल गांधी ने ट्विटर पर जो वीडियो शेयर किया, उसमें राजीव गांधी को कहते सुना जा रहा है कि भारत एक पुराना देश है लेकिन एक युवा राष्ट्र है. और हर जगह युवाओं की तरह हम उत्सुक हैं. मैं जवान हूं और मेरा भी एक सपना है. मैं एक भारत का सपना देखता हूं. मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और सबसे आगे. मानव जाति की सेवा में मैं प्रतिबद्ध हूं.
इस वीडियो में राहुल गांधी का भी वॉयस दिया गया है. इसमें राहुल गांधी कह रहे हैं कि राजीवजी ने 21वीं सदी की बात की थी. टेली कम्युनिकेशन की बात की थी. पंचायती राज की बात की थी. महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने की बात की थी. बड़े सपने थे. कांग्रेस पार्टी ने उनके सपनों को आगे बढ़ाया. आम जनता- गरीब जनता को शक्ति दी. सत्ता में आवाज दी.
बता दें कि 21 मई 1991 को 31 साल पहले दक्षिण भारत के तमिलनाडु में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हो गई थी.
तब लोकसभा चुनाव का प्रचार करने पहुंचे थे. राजीव गांधी के पास एक महिला फूलों का हार लेकर पहुंची थी, जिसने राजीव के करीब जाकर खुद को बम से उड़ा दिया था. धमाका की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोगों के मौके पर ही मारे गए थे. राजीव 40 साल की उम्र में भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे. आज उनकी पुण्यतिथि पर कांग्रेस पार्टी समेत पूरा देश उन्हें याद कर रहा है.