सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी इंडिया ब्लॉक की अगुवाई कर रही कांग्रेस के बीच बाबरी मस्जिद पर रार छिड़ी हुई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के गुजरात में दिए एक बयान से शुरू हुआ यह विवाद अब देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद तक पहुंच गया है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सरदार पटेल की बेटी मणिबेन पटेल की डायरी के पन्ने सौंपे, जो गुजराती भाषा में हैं. दरअसल, हुआ यह कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को संसद की कार्यवाही में शामिल होने संसद भवन पहुंचे थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे ही अपनी कार से बाहर निकले, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश वहां पहुंच गए.
जयराम रमेश ने रक्षा मंत्री से कहा कि मणिबेन पटेल की डायरी लेकर आया हूं. अपने झोले से कुछ पन्ने निकालकर रक्षा मंत्री को थमाते हुए जयराम रमेश ने कहा कि ये गुजराती में है. इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जयराम रमेश से हंसते हुए कहा कि हमारे पास इंग्लिश में है. जयराम रमेश ने भी हंसते हुए अपने हाथ के पन्ने राजनाथ सिंह की ओर बढ़ा दिए और कहा कि ये गुजराती में है.
यह भी पढ़ें: 'मेंटली बहुत प्रेशर में...' राहुल गांधी ने SIR पर अमित शाह के जवाब को बताया डिफेंसिव
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ये पन्ने जयराम रमेश के हाथ से लिए और फिर संसद भवन के द्वार की ओर बढ़ गए. जयराम रमेश ने यह भी कहा कि पढ़िएगा प्लीज. जयराम रमेश का दावा है कि राजनाथ सिंह ने मणिबेन पटेल की डायरी का रेफरेंस देकर पंडित नेहरू के बारे में जो कुछ भी कहा था, वह इसमें नहीं है. गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में गुजरात दौरे के दौरान एक कार्यक्रम में पंडित नेहरू को लेकर दावा किया था.
यह भी पढ़ें: CCTV, CJI और EC को इम्युनिटी... राहुल गांधी के वो तीन सवाल, जिनके अमित शाह ने दिए जवाब
राजनाथ सिंह ने दावा किया था कि पंडित नेहरू सरकारी धन से बाबरी मस्जिद का निर्माण कराना चाहते थे. रक्षा मंत्री ने यह भी दावा किया था कि सरदार पटेल ने तब उन्हें ऐसा करने से रोका था और इसका जिक्र उनकी पुत्री मणिबेन पटेल की डायरी में है. जयराम रमेश का दावा है कि गुजराती में प्रकाशित मणिबेन की डायरी में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसका उल्लेख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के कार्यक्रम में किया था.