इंडिया गेट के पास कर्तव्य पथ पर हुए प्रदर्शन के मामले में दिल्ली पुलिस ने जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया था, उन्हें आज अदालत में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने सभी आरोपियों को दो दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला करने आरोप लगाया है और कोर्ट को अपने शरीर पर लगी चोट के निशान भी दिखाए.
दिल्ली के इंडिया गेट के पास रविवार को हुए प्रदर्शन मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था और सोमवार को इन आरोपियों को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने पांच आरोपियों को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
उधर, सुनवाई के दौरान एक आरोपी ने दावा किया कि वह नाबालिग है. इसके बाद कोर्ट ने उसकी उम्र की जांच होने तक उसे तुरंत सेफ हाउस (बाल सुधार गृह) भेजने का आदेश दिया. नाबालिग आरोपी की उम्र की पुष्टि होने के बाद ही उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई तय होगी.
आरोपियों ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
सूत्रों ने बताया कि सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब कई आरोपियों ने दिल्ली पुलिस पर हिरासत में बेरहमी से मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया.
आरोपियों ने कोर्ट को बताया कि पुलिस हमें एक बूथ में ले गई और वहां लाठियों-मुक्कों से पीटा. एक आरोपी ने कहा, 'मुझे छाती, पीठ और पेट पर बुरी तरह मारा गया.' कई आरोपियों ने अपने शरीर पर चोट के निशान कोर्ट को दिखाए और कहा कि ये चोटें पुलिस हिरासत में लगी हैं.
सूत्रों के मुताबिक, एक प्रदर्शनकारी के मेडिकल रिपोर्ट (MLC) में गर्दन पर चोट के निशान दर्ज हैं. हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि ये पुरानी चोटें हैं, लेकिन आरोपी पक्ष ने इसे सिरे से खारिज कर दिया.
कोर्ट ने मांगा पुलिस से जवाब
कोर्ट ने सभी आरोपों को गंभीरता से लिया और पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा. सूत्रों के मुताबिक पुलिस अधिकारी अपना पक्ष मजबूती से रखने में असफल रहे.
दरअसल, रविवार को दिल्ली के इंडिया गेट पर वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पेपर स्प्रे से पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसमें तीन-चार पुलिसकर्मियों के घायल होने की जानकारी सामने आई थी. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में मारे गए नक्सली कमांडर माडवी हिडमा के पोस्ट लहराए और नारे लगाए. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था.