अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का गुरुवार को एनकाउंटर हो गया. उसके साथ हत्याकांड में शामिल शूटर मोहम्मद गुलाम भी ढेर गया. असद और गुलाम प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे. यूपी एसटीएफ ने अब तक हत्याकांड में शामिल चार शूटरों को ढेर कर दिया. असद और गुलाम से पहले पुलिस ने विजय चौधरी और अरबाज को मार गिराया था. अब पुलिस को तीन शूटरों अरमान, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश है.
अतीक और अशरफ को पुलिस लाइंस की जगह धूमनगंज थाने ले जाया गया है. ऐसा क्यों किया गया इसके पीछे की वजह अभी सामने नहीं आई है.
पुलिस ने डीएम को लेटर लिखकर रात में असद और गुलाम का पोस्टमार्टम करवाने को कहा है. अभी डीएम की तरफ से कोई आदेश नहीं आया है. असद और गुलाम का डॉक्टर का पैनल बनवाकर करवाया जाएगा पोस्टमार्टम.
कोर्ट ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है. दोनों को प्रयागराज पुलिस लाइन में रखा जाएगा. दरअसल, अतीक और अशरफ द्वारा पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आने वाले हथियार खरीदे जाते थे. उसको लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस ने कोर्ट में दलील दी थी कि आरोपियों ने कहा है कि मौके पर जाकर ही आगे की जानकारी दे सकते हैं. जेल में सभी जानकारी देना संभव नहीं है. इसको लेकर कोर्ट ने दोनों को पुलिस हिरासत में भेजा है.
असद समेत 4 शूटर्स ढेर किए गए हैं. अभी गुड्डू बमबाज और दो शूटर फरार हैं. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
अतीक अहमद अपने बेटे असद के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा. कानूनी पेंच चलते उसे कोर्ट से अनुमति नहीं मिली है. कोर्ट ने उसकी अर्जी को खारिज कर दिया है. जिसके बाद असद के शव को लेने उसके नाना और मौसा जाएंगे. शव को पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है.
उमेश पाल की पत्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग की है कि उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाए. जया पाल ने कहा, अतीक के बेटे का आज एनकाउंटर हुआ है इसके बाद हमारे लिए खतरा और बढ़ गया है.
प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं. लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है. अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है.
सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा, "झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है. भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं. आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए. सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है. भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है."

उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करती हूं, उन्होंने जो किया है बहुत अच्छा किया है. उन्होंने अपनी बेटी के सुहाग के कातिलों को सजा दिलाई. इंसाफ हुआ है. पुलिस ने बहुत सहयोग किया.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, मैं STF टीम को बधाई देता हूं. जो अपराध करेगा वो बचेगा नहीं, उसे फांसी होगी और अगर पुलिस से भिड़ेगा तो पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी होगी. यह बहुत ऐतिहासिक कार्रवाई है और बहुत बड़ा संदेश है कि अपराधियों का युग समाप्त हो गया है.
पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी के एनकाउंटर के बाद CM योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक की. यूपी सीएमओ के मुताबिक, CM योगी ने यूपी STF के साथ ही DGP, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की. प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री योगी को दी. इस पूरे मामले पर CM के सामने रिपोर्ट रखी गई है.
प्रयागराज कोर्ट में अतीक अहमद की पेशी के दौरान जब उसको असद के एनकाउंटर की खबर मिली तो कोर्ट में ही फूट-फूटकर रो दिया. इसके अलावा अशरफ भी हैरान रह गया.
बेटे के एनकाउंटर की खबर सुन कोर्ट में फूट-फूटकर रोया अतीक अहमद, बाहर निकलने पर चला जूता
उत्तर प्रदेश के झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर किए जाने के बाद यूपी एसटीएफ के एडीजी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि असद और शूटर गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद एनकाउंटर में दोनों ढेर हो गए.
अतीक के बेटे असद को जिंदा पकड़ने की थी कोशिश, एनकाउंटर पर बोले UP STF के एडीजी
उमेश हत्याकांड के बाद असद और गुलाम बाइक पर बैठ कर कानपुर पहुंचे. कानपुर से बस में बैठकर असद और गुलाम नोएडा डीएनडी पहुंचे. यहां दोनों उतरे और वहां पहले से मौजूद कुछ लोग दोनों को ऑटो में बैठाकर दिल्ली के संगम विहार पहुंचे. दिल्ली के संगम विहार में असद और गुलाम 15 दिन रुके थे.
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से जावेद, खालिद और जीशान को गिरफ्तार किया. तीनों से यूपी एसटीएफ ने पूछताछ की, जिसके बाद सुराग मिला कि दिल्ली से असद और गुलाम अजमेर गए, फिर अजमेर में कुछ दिन रुके. अजमेर से दोनों झांसी पहुंचे थे. झांसी में दोनों को एनकाउंटर में मार गिराया.
प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी.
उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है.पुलिस इस मामले में अतीक के बेटे असद समेत 5 शूटरों की तलाश में जुटी थी. असद ने पूरे हत्याकांड की कमान संभाल रखी थी. उमेश के हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में असद हथियार लिए हुए नजर आया था. इसके बाद से पुलिस के रडार पर था.
अतीक का बेटा असद यूपी STF के एनकाउंटर में ढेर, झांसी में शूटर गुलाम भी मारा गया
डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. नवेंदु कुमार, विमल कुमार के अलावा एनकाउंटर करने वाली टीम में डिप्टी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार राय, उप निरीक्षक विनय तिवारी, मुख्य आरक्षक पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुशील कुमार, भूपेंद्र सिंह, कमांडो अरविंद कुमार, कमांडो दिलीप कुमार यादव शामिल थे.
पुलिस को असद और गुलाम के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार, ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर 455 बोर, वाल्थर पी 88 पिस्टल 7.63 बोर बरामद की गई. एक बाइक भी दोनों के पास मिली है.

यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश के मुताबिक, असद और गुलाम के झांसी के पास बड़ागांव और चिरगांव के बीच छिपे होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद एसटीएफ की टीम ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया. जब एसटीएफ ने असद को सरेंडर करने के लिए कहा, तो उन्होंने फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम को मार गिराया.